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क्राइम की दुनिया में कैसा रहा 2019, एसपी अनिल सिंह ने ईटीवी भारत से की खास बातचीत - talks to ETV India

साल 2019 क्राइम की दुनिया में भी जिले के लिए कई खट्टी मीठी यादें देकर गया। तो आने वाले साल में कई चुनौतियां भी रहेंगी इन्ही सब बातों के साथ हमने बात की जिले के एसपी अनिल सिंह से जिन्होंने साल भर के क्राइम और चुनौतियों पर पर ETV Bharat से खुलकर एक्सक्लूसिव बातचीत की.

SP Anil Singh talks to ETV India
एसपी अनिल सिंह ने ईटीवी भारत से की खास बातचीत
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Published : Dec 31, 2019, 2:00 AM IST


शहडोल। साल 2019 क्राइम की दुनिया में भी जिले के लिए कई खट्टी मीठी यादें देकर गया। तो आने वाले साल में कई चुनौतियां भी रहेंगी इन्ही सब बातों के साथ हमने बात की जिले के एसपी अनिल सिंह से जिन्होंने साल भर के क्राइम और चुनौतियों पर पर ETV Bharat से खुलकर एक्सक्लूसिव बातचीत की।

एसपी अनिल सिंह ने ईटीवी भारत से की खास बातचीत

एसपी अनिल सिंह ने कहा कि क्राइम के मामले में अगर गंभीर अपराधों पर नज़र डालें तो एक अपराध हत्या का अपराध पिछले साल से बढ़ा हुआ है वो भी पिछले साल के कुछ मर्ग ऐसे लंबित थे जिन पर हमने हत्या का प्रकरण पंजीबद्ध किया है तो हो सकता है कि उसकी वजह से बढ़ा है, हत्या के प्रयास में कमी आई है।

एसपी अनिल सिंह ने कहा उन्होंने ड्रग्स को लेकर एक अभियान भी चलाया है. जिसमें कोरेक्स नाइट्रा वेट और दूसरे प्रकार के इन्जेक्शन को बेचते हुए पकड़ा है. इसके अलावा करीबन 25 केस गांजे के प्रकरण पकड़े हैं. खबर की पडेंसी केस की बात करें तो करीब 13 सौ मामले लंम्बित थे. लेकिन अब सिर्फ साढ़े पांच सौ मामले लंबित हैं.

वहीं नाबालिक लड़कियों के अपरहण के मामले में 52 लड़कियों को जगह जगह से गुजरात दिल्ली और अन्य जगहों से ढूंढकर लाये और परिवार जनों के सुपुर्द किया. महिला अपराधों को लेकर उन्होंने कहा कि अभी तक मेरे पास ऐसा कोई प्रकरण नहीं आया जो एकदम से नया व्यक्ति या कोई अज्ञात व्यक्ति ने अपराध किया हो. लेकिन मैंने खुद 15 से 16 जगह के स्कूलों में जाकर के बच्चियों को स्कूलों में जाकर के जनजाग्रत किया है.


शहडोल। साल 2019 क्राइम की दुनिया में भी जिले के लिए कई खट्टी मीठी यादें देकर गया। तो आने वाले साल में कई चुनौतियां भी रहेंगी इन्ही सब बातों के साथ हमने बात की जिले के एसपी अनिल सिंह से जिन्होंने साल भर के क्राइम और चुनौतियों पर पर ETV Bharat से खुलकर एक्सक्लूसिव बातचीत की।

एसपी अनिल सिंह ने ईटीवी भारत से की खास बातचीत

एसपी अनिल सिंह ने कहा कि क्राइम के मामले में अगर गंभीर अपराधों पर नज़र डालें तो एक अपराध हत्या का अपराध पिछले साल से बढ़ा हुआ है वो भी पिछले साल के कुछ मर्ग ऐसे लंबित थे जिन पर हमने हत्या का प्रकरण पंजीबद्ध किया है तो हो सकता है कि उसकी वजह से बढ़ा है, हत्या के प्रयास में कमी आई है।

एसपी अनिल सिंह ने कहा उन्होंने ड्रग्स को लेकर एक अभियान भी चलाया है. जिसमें कोरेक्स नाइट्रा वेट और दूसरे प्रकार के इन्जेक्शन को बेचते हुए पकड़ा है. इसके अलावा करीबन 25 केस गांजे के प्रकरण पकड़े हैं. खबर की पडेंसी केस की बात करें तो करीब 13 सौ मामले लंम्बित थे. लेकिन अब सिर्फ साढ़े पांच सौ मामले लंबित हैं.

वहीं नाबालिक लड़कियों के अपरहण के मामले में 52 लड़कियों को जगह जगह से गुजरात दिल्ली और अन्य जगहों से ढूंढकर लाये और परिवार जनों के सुपुर्द किया. महिला अपराधों को लेकर उन्होंने कहा कि अभी तक मेरे पास ऐसा कोई प्रकरण नहीं आया जो एकदम से नया व्यक्ति या कोई अज्ञात व्यक्ति ने अपराध किया हो. लेकिन मैंने खुद 15 से 16 जगह के स्कूलों में जाकर के बच्चियों को स्कूलों में जाकर के जनजाग्रत किया है.

Intro:Note_ इंटरव्यू जिले के एसपी अनिल सिंह का है।


अलविदा 2019- क्राइम के मामले में जिले के लिए कैसा रहा साल और नए साल में किस तरह की होगी चुनौतियां, देखिये जिले के एसपी से खास बातचीत

शहडोल- साल 2019 को खत्म होने में अब ज्यादा वक़्त बचा नहीं है लोग नए साल की तैयारी में जुट चुके हैं, ये साल क्राइम की दुनिया में भी जिले के लिए कई खट्टी मीठी यादें देकर गया। तो आने वाले साल में कई चुनौतियां भी रहेंगी इन्ही सब बातों के साथ हमने बात की जिले के एसपी अनिल सिंह से जिन्होंने साल भर के क्राइम और चुनौतियों पर पर ETV Bharat से खुलकर एक्सक्लूसिव बातचीत की।


Body:सवाल- जिले में किस तरह की क्राइम ज्यादा रहीं और बड़ी चुनौतियां क्या थीं

जवाब- क्राइम के मामले में अगर गंभीर अपराधों पर नज़र डालें तो एक अपराध हत्या का अपराध पिछले साल से बढ़ा हुआ है वो भी पिछले साल के कुछ मर्ग ऐसे लंबित थे जिन पर हमने हत्या का प्रकरण पंजीबद्ध किया है तो हो सकता है कि उसकी वजह से बढ़ा है, हत्या के प्रयास में कमी आई है।

जो मैंने यहां ज्यादा महसूस किया है वो है जो ड्रग्स केस हैं खासतौर पर कोरेक्स और जो दूसरीं नसीली दवाइयां हैं इंजेक्शन आदि इसकी काफी बढ़ोत्तरी देखने को मिल रहा है इसे लेकर मैने एक अभियान भी चलाया है आपको बताऊं आखिरी 6 महीने में हमने 35 केस जो हैं ड्रग्स के मामले में जिसमें कोरेक्स नाइट्रा वेट और दूसरे प्रकार हैं जो इन्जेक्शन आदि हैं उनको बेचते हुए पकड़ा है। इसके अलावा करीबन 25 केस गांजे के प्रकरण पकड़े हैं तो इसमें अगर हमको और महसूस होता है कि इसमें और काम किया जाए काम करने की जरूरत है तो हम और काम करेंगे जिससे इस तरह के अपराध न हों और लोग नशे से दूर रहें जिससे इसका असर आने वाली युवा पीढ़ी पर न पड़े।

सवाल- आपने आते ही यहां के पेंडेंसी केस पर ज्यादा फोकस किया वजह क्या है, और उसमें कितना सफल हुए।

जवाब- देखिये पडेंसी केस की बात करें तो जब हम आये थे तो करीब 13 सौ मामले लंम्बित थे और फिर उसके बाद करीबन लगभग 4 हज़ार मामले और पंजीबद्ध हुए और इस तरह से 53 सौ मामले रजिस्टर हुए और उसमें हमने काफी कुछ काम किया और आज की तारीख में आपको बताऊं आज हमारे पास में सिर्फ साढ़े पांच सौ मामले लंबित हैं। उस समय मर्ग करिबन तीन सौ लंबित थे, उसके बाद 540 मर्ग और हुए और उस तरह से लगभग 8 सौ मर्ग हुए आज की तारीख में महज 83 मर्ग ही पेंडिंग हैं।

तो हमने इस पर काफी काम किया है और आपको बताऊं हमारे यहां जो 2013 से लेकर के 2018-19 तक बहुत सारी नाबालिक लड़कियों के अपरहण का केस हमने रजिस्टर किया था जो मिसिंग थीं उनमें हमने पुराने 2018 और उसके पहले के 52 लड़कियों को जगह जगह से गुजरात दिल्ली और अन्य जगहों से लेकर आये, ढूंढकर लाये और परिवार जनों के सुपुर्द किया।

सवाल- महिला अपराधों को लेकर आप अपने जिले को किस तरह से देखते हैं ?

जवाब- महिला अपराधों में हमारे यहां जो भी केस आते हैं अधिकांशतः जान पहचान वाले प्रकरण आते हैं, अभी तक मेरे पास ऐसा कोई प्रकरण नहीं आया जो एकदम से नया व्यक्ति या कोई अज्ञात व्यक्ति हो अपराध किया हो 376, 354 का। लेकिन मैंने खुद 15 से 16 जगह के स्कूलों में जाकर के बच्चियों को स्कूलों में जाकर के जनजाग्रत किया। महिला पास्को एक्ट के प्रति जागृत किया, और थाने स्तर से भी लगातार ये काम किया जा रहा है।

सवाल- बदलते वक़्त के साथ क्राइम के तरीके बदल रहे हैं साल 2020 किस तरह की चुनौती लेकर आ सकता है।

जवाब- देखिये अभी जो क्राइम ट्रेंड है ऑलमोस्ट ज्यादा साइबर क्राइम होते रहे हैं, हलांकि पहले की अपेक्षा कुछ कमी आई है लोग अब जल्दी ओटीपी नहीं दे रहे हैं लेकिन कुछ अभी भी उनके आफर या किसी और बात के बहकावे में आ जाते हैं और उलझ जाते हैं जिसके बाद कहते हैं कि गलती हो गई। बाकी अपराध तो नॉर्मल हैं शहडोल में कुछ ऐसे अलग अपराध नज़र नहीं आते।




Conclusion:सवाल- इस साल पुलिस वालों को पुलिस एनजीओ मेस मिला 2020 में क्या तैयारी है।

जवाब- देखिये वेलफेयर के काम में मेरा इंटरेस्ट हमेशा रहा है, इसलिए मैंने इस साल एक जिम भी तैयार करवाया, एक आरो प्लांट, भी लगवाया हमने अभी पुलिस एनजीओ मेस भी खुलवाया और अब नए साल में हमारा प्लान अपने आरक्षको के लिए भी कुछ इसी तरह का मेस खोलने का प्लान किया है जिसके लिए अधिकारियों से चर्चा किये हैं हमें इसको जरूर करना है। हम अपने जिले के आरक्षकों के लिये भी कुछ इसी तरह का मेस बनाना चाहते हैं ।

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