शहडोल। देवउठनी एकादशी से शादी-विवाह के लिए शुभ मुहूर्त की शुरुआत हो गई. माना जा रहा है कि कोरोना काल (corona pandemic) की वजह से पिछले दो साल से कई शादियां पेंडिंग पड़ी थीं जो इस साल होने की उम्मीद है. इस साल शादी के 15 शुभ मुहूर्त हैं, लेकिन इन मुहूर्तों पर होनेवाली शादियों की भरमार है. ऐसे में वेडिंग के व्यापार से जुड़े खासतौर से बैंड-बाजा वालों को अच्छा मुनाफा होने की भी आस है.
मुहूर्त लिमिटेड लेकिन शादियों की भरमार
देवउठनी एकादशी (Devuthani Ekadashi) से शादियों (Wedding) के शुभ मुहूर्त शुरू हो गए. अब मांगलिक कार्य बड़ी तेजी से होंगे क्योंकि पिछले कुछ महीने से कोरोना वायरस का कहर शांत है, जिसके चलते अब बिना देरी किए लोग उनके घरों में जो मांगलिक कार्य पेंडिंग थे उन्हें बड़े ही धूमधाम से निपटाना चाह रहे हैं. शहडोल (shahdol) के विराटेश्वरी धाम के पुजारी आचार्य जयंत राज तिवारी बताते हैं कि इस बार ठंड के सीजन में शुभ मुहूर्त तो लिमिटेड है लेकिन शादी-ब्याह करने वालों की भरमार है. हर साल से भी ज्यादा संख्या में लोग इस बार विवाह के लिए शुभ मुहूर्त निकलवाने पहुंच रहे हैं. आचार्य ने बताया कि इस बार शादियों का मुहूर्त 18 नवंबर से शुरू है. देवउठनी एकादशी से इस महीने में 8 शुभ मुहूर्त हैं, और अगले महीने दिसंबर में 7 शुभ मुहूर्त हैं. इस तरह से शादियों के लिए टोटल 15 शुभ मुहूर्त नवंबर और दिसंबर में है. और इस बार शादी करने वालों की संख्या हर साल से ज्यादा है.
शादियों के शुभ मुहूर्त
नवंबर और दिसंबर में शादियों के शुभ मुहूर्त पर नजर डालें तो नवंबर में 15, 16, 20, 21, 28, 29 और 30 तारीख को शादी के लिए विशेष मुहूर्त है. वहीं दिसंबर में 1, 2, 6, 7, 11 और 13 तारीख को विशेष मुहूर्त है. हलांकि इसके बाद जनवरी और फरवरी में भी शादी के लिए शुभ मुहूर्त हैं.
बैंड वालों की बढ़ी आस
शादी (Wedding) हो और बैंड-बाजा का जिक्र ना हो, ऐसा हो नहीं सकता. पिछले दो सालों से कोरोना की वजह से बहुत ही पाबंदियों के साथ शादियां हो रही थी. लेकिन इस बार जब कोरोना संक्रमण (corona infection) थोड़ा नियंत्रित है तो बैंड बाजा वालों को भी बहुत ज्यादा उम्मीदें हैं. बैंड बाजा वालों ने बताया की ऑर्डर आने शुरू हो गए हैं और जिस तरह से इस बार काफी संख्या में शादियां होने की उम्मीद की जा रही है, तो हम भी ज्यादा-से-ज्यादा ऑर्डर मिलने की उम्मीद कर रहे हैं. बता दें कि पिछले 2 साल में कोरोना की वजह से बैंड बाजा वालों का काम भी चरमरा गया है. अब इस बार जिस तरह से बंपर शादियां होने वाली है उसे देखते हुए बैंड बाजा वालों को भी अपना व्यापार उठने की पूरी उम्मीद है.