शहडोल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव शनिवार को शहडोल जिले के दौरे पर हैं. उनके दौरे को लेकर काफी चाक चौबंद व्यवस्थाएं की गई, ताकि सुरक्षा में कोई चूक ना हो. चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवानों को तैनात किया गया. लेकिन मुख्यमंत्री के आने से ठीक पहले ही सुरक्षा में चूक का खुलासा हुआ. सीएम मोहन यादव जिस पॉलिटेक्निक ग्राउंड में सभा करने वाले थे, वहीं पर सुरक्षा में लगे जवानों के बीच एक शराबी सिपाही पहुंच गया. उसने सबको इंस्ट्रक्ट किया और फिर बड़े मौज के साथ घूमता फिरता रहा. यही नहीं वो उस जगह तक पहुंचा जहां सिर्फ सीएम होते हैं.
नशे की हालत में ड्यूटी पर जवान
मुख्यमंत्री मोहन यादव आज शहडोल जिले के दौरे पर हैं. इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस डिपार्टमेंट के हाथ पांव फूले हुए हैं. अब कार्रवाई की भी तलवार लटक रही है कि कैसे एक पुलिस की वर्दी में और शराब के नशे में धुत होकर सुरक्षा जवानों के बीच घुस गया. पहले तो काफी देर तक वहीं खड़ा रहा और फिर अचानक से उस पॉइंट पर भी जा पहुंचा, जहां सीएम मोहन यादव को पॉलिटेक्निक मैदान में सभा करने के लिए जाना है.
कार्यक्रम करने वाली लड़कियों के बीच घुसा
पुलिस की वर्दी में नशे में धुत ये जवान न सिर्फ उस जगह पर पहुंचा, जहां से सीएम को सभा स्थल पर जाना है, बल्कि इस गेट से सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रस्तुति देने वाले बच्चों के बीच नशे की हालत में घुस गया. लेकिन मीडिया को देखते ही पुलिस की वर्दी में मौजूद यह व्यक्ति अचानक भागने लगा.इससे ऐसा लगा कि यह पुलिस की वर्दी में नकली जवान है.
अचानक भागा नकली पुलिस वाला?
जब मीडिया कर्मियों ने उससे पूछ लिया कि आप कौन हैं और लोग उसका वीडियो बनाने लगे, इस दौरान वह वहां से सीधे भाग खड़ा हुआ. पुलिसकर्मियों से भी पूछा गया कि आखिर यह कौन है लेकिन कोई भी जवान जवाब नहीं दे पाया. बता दें कि पुलिस की वर्दी में यह जवान नशे में धुत था. उसने मध्य प्रदेश पुलिस का फीता भी लगाया हुआ था. लेकिन उसके वहां से भागने पर सभी को लगा कि यह नकली पुलिस का जवान है लेकिन बाद में जब जांच हुई तो पता चला कि वह पुलिस का जवान ही है और शराब पीकर ड्यूटी करने पहुंचा था.
जांच में निकला असली पुलिस वाला
शहडोल एसपी कुमार प्रतीक ने बताया है कि वो फर्जी पुलिस वाला नहीं था ये पुलिस का ही जवान है, पीटीएस उमरिया में पदस्थ है, सुभाष परस्ते इसका नाम है, ये पुलिस की वर्दी में था, और पुलिस का ही जवान है. यह बात जरूर आई है कि इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हुई है कुछ लोग बता रहे हैं कि मानसिक रूप से वो थोड़ा सा कमजोर है. लेकिन ऐसी कोई भी वहां पर गंभीर घटना या आपत्तिजनक घटना उसने वहां पर नहीं की है. इसकी पुष्टि मैं नहीं करता कुछ लोगों ने जो बताया है वही मैं बता रहा हूं कि यह मानसिक रूप से कमजोर है.अभी सूचना प्राप्त हुई है कि पीटीएस उमरिया द्वारा उक्त आरक्षक को सस्पेंड किया गया है.