शहडोल। अपराधों का ग्राफ है दिन पर दिन लगातार बढ़ता ही जा रहा है और अपराधी तरह-तरह के अपराध करने से बाज नहीं आते हैं. ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला वाला मामला शहडोल जिले से सामने आया है, जहां एक मासूम 4 साल के बच्चे को स्कूल से अगवा कर लिया गया और उसके बदले में 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी जाने लगी. इसकी शिकायत जब बच्चे के परिजनों ने कोतवाली थाने में की गई तो पुलिस ने अगवा करने वाले दूर के रिश्तेदार के खिलाफ मामला दर्ज कर साइबर सेल की मदद से मोबाइल ट्रेस करके किडनैपर को गिरफ्तार करते हुए बच्चे को बरामद किया.
बच्चा किडनैप, पुलिस ने ऐसे ढूंढा: दरअसल ये पूरा मामला शहडोल जिले के कोतवाली थाना अंतर्गत वार्ड नंबर 7 का है, जहां 4 साल का बच्चा अभिनव मिश्रा शहडोल जिला मुख्यालय के ज्ञानोदय स्कूल में कक्षा एलकेजी में पढ़ता था. हर रोज की तरह बच्चा उस दिन भी स्कूल गया था, तभी दूर का रिश्तेदार मूलचंद उर्फ बाबा, बच्चे को स्कूल से किडनैप करके छत्तीसगढ़ ले गया. इसके बाद वह परिजनों से 50 लाख रुपये की डिमांड करने लगा. इसके बाद बच्चे के परिजनों ने मामले की शिकायत शहडोल कोतवाली थाने में की.
परिजनों की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने रिश्तेदार किडनैपर मूलचंद उर्फ बाबा के खिलाफ किडनैप की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया और पड़ताल शुरू की. यह घटना स्कूल के कैमरे में भी कैद हुई थी, उस सीसीटीवी फुटेज की मदद से और साइबर सेल की मदद से किडनैपर के मोबाइल लोकेशन को ट्रेस कर कोतवाली पुलिस ने किडनैपर को छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ से गिरफ्तार कर बच्चे को किडनैपर के चंगुल से छुड़ाया. इसके बाद बच्चे के सही सलामत उसके परिजनों के हवाले कर दिया.
मामले पर पुलिस का क्या कहना है: इस पूरे मामले को लेकर कोतवाली थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह परिहार का कहा कि "एक मामला संज्ञान में आया था कि 4 साल का एक बालक है, जो एलकेजी कक्षा में स्कूल में ज्ञानोदय विद्यालय में पढ़ता था. जब वह स्कूल गया और फिर स्कूल से वापस नहीं आया तो घरवाले स्कूल पहुंचे तो उन्हें पता चला कि उनके परिवार का ही मूलचंद शुक्ला बच्चे को लेकर कहीं चला गया है. इसके बाद रिश्तेदार पर एफआईआर दर्ज की गई और एसपी ने तुरंत इस पर संज्ञान लिया."
उन्होंने आगे कहा कि "इस मामले में साइबर सेल की विशेष भूमिका रही क्योंकि आरोपी जिस नंबर से 50 लाख की फिरौती मांगने के लिए कॉल किया था, उसे छत्तीसगढ़ की मनेंद्रगढ़ थाने पुलिस और साइबर सेल ने पकड़ने में काफी मदद की. इसके बाद कोतवाली थाने की पुलिस ने मनेंद्रगढ़ से मूलचंद शुक्ला के कब्जे से बच्चे को बरामद करके सही सलामत वापस लाया गया. बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ्य है, उसे कोई दिक्कत नहीं है. बच्चे को उसकी मां के सुपुर्द कर दिया गया है. इस संबंध में अभी बयान लेना है, उसके बाद विवेचना करके अग्रिम कार्यवाही की जाएगी."
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कैसी स्कूल प्रबंधन की सुविधा: बहरहाल पुलिस की तत्परता से बच्चे को सकुशल वापस तो जल्दी ले आया गया, लेकिन सवाल ये भी है कि इतने छोटे-छोटे बच्चों को स्कूल प्रबंधन कैसे किसी और के साथ जाने दे सकता है. अगर इसी तरह से कोई भी किसी बच्चे को स्कूल से वापस ले जाएगा तो फिर इस तरह के अपराध तो लगातार बढ़ते ही रहेंगे, ऐसे में स्कूल प्रबंधन को भी अपने सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर सोचना चाहिए.