शहडोल। शहडोल जिला आदिवासी बाहुल्य जिला है और यहां पर आज भी अंधविश्वास और कुप्रथा जैसी ऐसी कुरीतियां सामने आ ही जाती है. जिसके शिकार मासूम होते हैं. एक ऐसा ही मामला शहडोल जिले के सोहागपुर थाना अंतर्गत आया है. जहां एक मासूम बच्चे को दागा गया. अब जब ये मामला तूल पकड़ा तो तीन लोगों पर अपराध दर्ज कर लिया गया है.
कुप्रथा का शिकार मासूम, तीन पर मामला दर्ज: भले ही आज दुनिया 21वीं सदी में पहुंच गई है, लेकिन आज भी शहडोल जैसे आदिवासी बाहुल्य इलाकों में ऐसी कुप्रथा हावी है. जिसके शिकार मासूम हो रहे हैं. एक ऐसा ही मामला कुछ दिन पहले शहडोल जिले के हरदी गांव से आया था. जहां एक डेढ़ साल के मासूम की तबीयत ठीक करने के नाम पर गर्म नुकीली चीज से दागा गया था. जिसके चलते उस मासूम की तबीयत ऐसी बिगड़ी की उसे शहडोल मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए लाना पड़ा.
अब जब ये मामला लोगों के सामने आया तो जिले के सोहागपुर थाने में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. जिसमें बच्चे की मां, उसके दादा और दगना करने वाली दाई के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
इस पूरे मामले को लेकर डीएसपी राघवेंद्र द्विवेदी का कहना है की सोहागपुर थाने में एक ऐसा मामला सामने आया है. जिसमें सोहागपुर पुलिस ने जांच करके तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. डीसपी राघवेंद्र द्विवेदी ने बताया कि मासूम बच्चा डेढ़ महीने का था. जिसे करीब 51 बार दागा गया है. जिसका इलाज अभी शहडोल मेडिकल कॉलेज में जारी है.
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जानिए पूरा मामला: पूरा मामला शहडोल जिले के सोहागपुर थाना अंतर्गत हरदी गांव का है. जहां एक डेढ़ महीने के मासूम को दागा गया है. बताया जा रहा है कि मासूम डेढ़ महीने का ही है और उसे सांस फूलने, पेट फूलने की बीमारी होती है. जिस पर उसे इलाज के नाम पर ही गांव की ही एक दाई से कई बार दगवाया गया. जब उस मासूम की हालत और बिगड़ गई, मासूम गंभीर अवस्था में पहुंच गया तो उसे शहडोल मेडिकल कॉलेज लाया गया. जहां उसका इलाज जारी है. फिलहाल उसकी स्थिति पहले से बेहतर बताई जा रही है.