शहडोल। अंदाजा लगाइए कोरोनाकाल चल रहा है और कोई कर्मचारी कम वेतन पर एक सिक्योरिटी गार्ड जैसा काम कर रहा हो वो भी जिला चिकित्सालय जैसी जगह पर जिसकी कीमत इस कोरोनाकाल में हर किसी को पता लग ही गई है. ऐसे में अगर ऐसे लोगों का भी पिछले 5 महीने से वेतन न मिले तो फिर घर कैसे चलेगा. पिछले पांच महीने से वेतन न मिलने की वजह से आज शहडोल जिला चिकित्सालय के सिक्योरिटी गार्ड सीएमएचओ ऑफिस पहुंचकर धरने पर बैठ गए और सीएमएचओ को ज्ञापन देकर वेतन दिलाने की गुहार लगाई है. उन्होंने काम पर जाना भी बंद कर दिया है. बोले जबतक अब वेतन नहीं मिलेगा तब तक हम कौम पर नहीं लौटेंगे.
वेतन दिलाने की लगाई गुहार
जिला चिकित्सालय में कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड लगातार अपना काम ईमानदारी से कर रहे हैं, लेकिन पिछल 5 महीने से उनका वेतन नहीं मिला है. जिसके चलते अब उनकी समस्याएं बढ़ गई हैं. उनके घर का गुजारा चलाना मुश्किल पड़ रहा है. सिक्योरिटी गार्डों ने बताया कि वो लोग पिछले कई सालों से यहां सिक्योरिटी गार्ड के रुप में काम कर रहे हैं, और मौजूदा ठेकेदार के अंडर में पिछले 3 साल से काम कर रहे हैं, और उन्हें अब पिछले 5 महीने से लगातार वेतन नहीं मिल रहा है.
वेतन न मिलने से परिवार चलाना मुश्किल
सिक्योरिटी गार्डों का कहना है कि उन्हें सैलरी ही कितनी मिलती है, जितना मिलता है, वो महीने भर में खर्च हो जाता है, जिससे उनका घर चलता है लेकिन जब पिछले 5 महीने से सैलरी ही न मिले तो भी घर कैसे चले बहुत मुश्किल काम है.
सिक्योरिटी गार्डों ने सीएमएचओ को ज्ञापन देकर गुहार लगाई है कि उन्हें जल्द से जल्द उनका बकाया वेतन दिलाएं और साथ में उनका पीएफ नंबर भी दिलाएं. तो वहीं जो बीच बीच में वेतन में देरी होती है उसे भी सही कराएं. जिससे वो सहजता के साथ अपना काम कर सकें, और उनका घर भी चल सके.