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Sawan 2023: सावन के इस सोमवार को बन रहा विशेष योग, ऐसे उठा सकते हैं फायदा - cancer solstice

17 जनवरी को होने वाले सावन के दूसरे सोमवार के दिन कई संयोग बन रहे हैं. ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री से जानते हैं किन राशि के जातकों को होगा फायदा....

Sawan 2023
सावन का दूसरा सोमवार
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Published : Jul 16, 2023, 9:57 PM IST

17 जुलाई को सावन का दूसरा सोमवार

Sawan 2023: सावन का दूसरा सोमवार काफी विशेष माना जा रहा है, क्योंकि 17 जनवरी को होने वाले सावन के दूसरे सोमवार के दिन कई संयोग बन रहे हैं. ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि ''इस दिन जो विशेष संयोग बन रहे हैं, जातक उनका फायदा उठा सकते हैं, क्योंकि ऐसे दुर्लभ समय ही होते हैं जब एक साथ इतने सारे एक ही दिन योग बनते हैं जो इस बार 17 जुलाई को बन रहा है.''

सोमवार को बन रहे विशेष योगः सावन के दूसरे सोमवार के दिन इस बार 17 जुलाई को अमावस्या का दिन भी है और सोमवार को अमावस्या पड़ रही है. इसलिए सोमवती अमावस्या भी इसी दिन है. इसके अलावा इस दिन सूर्य कर्क राशि में गोचर करने जा रहे हैं, जिससे इस दिन कर्क संक्रांति भी है. इस दिन हरियाली अमावस्या भी है और कर्क संक्रांति होने की वजह से इस दिन सूर्य कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. इससे जो भी व्रती हैं, वो सूर्य देव का भी आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं.

इस बार अमावस्या है खासः ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री के मुताबिक, इस बार जो 17 जुलाई को अमावस्या पड़ रही है. बहुत ही पुण्य फलदायक अमावस्या मानी जाएगी, क्योंकि उस दिन सोमवती अमावस्या भी है और उस दिन जो पीपल में श्राद्ध करते हैं उसकी अमावस्या भी है. तीसरा उस दिन हरियाली अमावस्या भी है. इसलिए ये विशेष फलदायी अमावस्या मानी जा रही है.

सोमवती अमावस्या है खासः ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि ''शास्त्रों के अनुसार सोमवती अमावस्या के दिन जो सौभाग्यवती महिलाएं हैं. कन्याएं हैं वो लोटे में जल लेकर किसी वटवृक्ष के पास जाकर स्नान करें, तिलक लगाएं और कच्चा सूत लेकर 108 बार वहां घूम-घूम कर परिक्रमा करें. वृक्ष पर धागा लपेटें, तो बंधन से छुटकारा मिलेगा, सुख सौभाग्य की प्राप्ति बनी रहती है और संतान सुखी होती है.''

स्नान दान की अमावस्याः ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि ''दूसरे दिन स्नान दान की भी अमावस्या है, जिनके माता-पिता या कोई परिजन नहीं रह गए हैं, जिनका वार्षिक श्राद्ध अभी नहीं हुआ है. ऐसे जातक लोटे या बाल्टी में जल लेकर उसमें दूध मिलाकर किसी पीपल के पेड़ के पास जाकर उसमें 30 गिलास दूध और जल चढ़ाएं, वहां पर परिक्रमा करें तो उन आत्माओं को शांति मिलती है, मोक्ष मिलता है.''

हरियाली अमावस्याः 17 जुलाई को हरियाली अमावस्या भी है. हरियाली अमावस्या का शास्त्रों में उल्लेख है कि जो व्यक्ति हरा गोबर या ताजा गोबर लेकर अपने घरों के सामने उस गोबर से लेपन करते हैं या घर में साफ सफाई करते हैं, उस दिन उनके घर में लक्ष्मी का निवास होता है. वहां पर लक्ष्मी जी का आगमन होता है, शिव पार्वती का वहां पर आगमन होता है, घर में सुख शांति बनी रहती है और भाग्योदय होता है.

ये भी पढ़ें :-

सावन का सोमवारः 17 जुलाई को सावन का दूसरा सोमवार भी पड़ रहा है और इस दिन को बहुत विशेष माना गया है. शास्त्रों की माने तो सावन के सोमवार का विशेष महत्व है. इस दिन शिव जी की विशेष पूजा पाठ की जाती है, किसी के विवाह में अगर बाधा आ रही है, भाग्य साथ नहीं दे रहा है, तो सावन के सोमवार के दिन जो लोग शिवजी की उपासना करते हैं, पूजा करते हैं, भगवान शिव का अभिषेक करते हैं, माता पार्वती का श्रृंगार करते हैं, उन्हें फूल बेलपत्र अर्पित करते हैं, तो उनकी परेशानियां दूर होती हैं, भाग्य का उदय होता है भाग्य का साथ मिलता है, शुभ योग बनते हैं.

कर्क संक्रांतिः 17 जुलाई को कर्क संक्रांति भी है. इस दिन सूर्य कर्क राशि में प्रवेश करेगा जो कई राशियों को प्रभावित भी करेगा. इस विशेष दिन सूर्य देव की उपासना करके विशेष पुण्य लाभ भी कमाया जा सकता है. सूर्य देव की भी विशेष कृपा बनेगी, तो वहीं, सूर्य कर्क राशि में प्रवेश करेगा तो कर्क राशि के लिए भाग्य उदय तो होगा ही होगा. साथ ही कई और राशियों के लिए भी काफी पुण्य लाभ वाला होगा.

17 जुलाई को सावन का दूसरा सोमवार

Sawan 2023: सावन का दूसरा सोमवार काफी विशेष माना जा रहा है, क्योंकि 17 जनवरी को होने वाले सावन के दूसरे सोमवार के दिन कई संयोग बन रहे हैं. ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि ''इस दिन जो विशेष संयोग बन रहे हैं, जातक उनका फायदा उठा सकते हैं, क्योंकि ऐसे दुर्लभ समय ही होते हैं जब एक साथ इतने सारे एक ही दिन योग बनते हैं जो इस बार 17 जुलाई को बन रहा है.''

सोमवार को बन रहे विशेष योगः सावन के दूसरे सोमवार के दिन इस बार 17 जुलाई को अमावस्या का दिन भी है और सोमवार को अमावस्या पड़ रही है. इसलिए सोमवती अमावस्या भी इसी दिन है. इसके अलावा इस दिन सूर्य कर्क राशि में गोचर करने जा रहे हैं, जिससे इस दिन कर्क संक्रांति भी है. इस दिन हरियाली अमावस्या भी है और कर्क संक्रांति होने की वजह से इस दिन सूर्य कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. इससे जो भी व्रती हैं, वो सूर्य देव का भी आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं.

इस बार अमावस्या है खासः ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री के मुताबिक, इस बार जो 17 जुलाई को अमावस्या पड़ रही है. बहुत ही पुण्य फलदायक अमावस्या मानी जाएगी, क्योंकि उस दिन सोमवती अमावस्या भी है और उस दिन जो पीपल में श्राद्ध करते हैं उसकी अमावस्या भी है. तीसरा उस दिन हरियाली अमावस्या भी है. इसलिए ये विशेष फलदायी अमावस्या मानी जा रही है.

सोमवती अमावस्या है खासः ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि ''शास्त्रों के अनुसार सोमवती अमावस्या के दिन जो सौभाग्यवती महिलाएं हैं. कन्याएं हैं वो लोटे में जल लेकर किसी वटवृक्ष के पास जाकर स्नान करें, तिलक लगाएं और कच्चा सूत लेकर 108 बार वहां घूम-घूम कर परिक्रमा करें. वृक्ष पर धागा लपेटें, तो बंधन से छुटकारा मिलेगा, सुख सौभाग्य की प्राप्ति बनी रहती है और संतान सुखी होती है.''

स्नान दान की अमावस्याः ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि ''दूसरे दिन स्नान दान की भी अमावस्या है, जिनके माता-पिता या कोई परिजन नहीं रह गए हैं, जिनका वार्षिक श्राद्ध अभी नहीं हुआ है. ऐसे जातक लोटे या बाल्टी में जल लेकर उसमें दूध मिलाकर किसी पीपल के पेड़ के पास जाकर उसमें 30 गिलास दूध और जल चढ़ाएं, वहां पर परिक्रमा करें तो उन आत्माओं को शांति मिलती है, मोक्ष मिलता है.''

हरियाली अमावस्याः 17 जुलाई को हरियाली अमावस्या भी है. हरियाली अमावस्या का शास्त्रों में उल्लेख है कि जो व्यक्ति हरा गोबर या ताजा गोबर लेकर अपने घरों के सामने उस गोबर से लेपन करते हैं या घर में साफ सफाई करते हैं, उस दिन उनके घर में लक्ष्मी का निवास होता है. वहां पर लक्ष्मी जी का आगमन होता है, शिव पार्वती का वहां पर आगमन होता है, घर में सुख शांति बनी रहती है और भाग्योदय होता है.

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सावन का सोमवारः 17 जुलाई को सावन का दूसरा सोमवार भी पड़ रहा है और इस दिन को बहुत विशेष माना गया है. शास्त्रों की माने तो सावन के सोमवार का विशेष महत्व है. इस दिन शिव जी की विशेष पूजा पाठ की जाती है, किसी के विवाह में अगर बाधा आ रही है, भाग्य साथ नहीं दे रहा है, तो सावन के सोमवार के दिन जो लोग शिवजी की उपासना करते हैं, पूजा करते हैं, भगवान शिव का अभिषेक करते हैं, माता पार्वती का श्रृंगार करते हैं, उन्हें फूल बेलपत्र अर्पित करते हैं, तो उनकी परेशानियां दूर होती हैं, भाग्य का उदय होता है भाग्य का साथ मिलता है, शुभ योग बनते हैं.

कर्क संक्रांतिः 17 जुलाई को कर्क संक्रांति भी है. इस दिन सूर्य कर्क राशि में प्रवेश करेगा जो कई राशियों को प्रभावित भी करेगा. इस विशेष दिन सूर्य देव की उपासना करके विशेष पुण्य लाभ भी कमाया जा सकता है. सूर्य देव की भी विशेष कृपा बनेगी, तो वहीं, सूर्य कर्क राशि में प्रवेश करेगा तो कर्क राशि के लिए भाग्य उदय तो होगा ही होगा. साथ ही कई और राशियों के लिए भी काफी पुण्य लाभ वाला होगा.

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