शहडोल। शहडोल की रहने वाली पूजा वस्त्रकार इन दिनों ब्रिस्टल में इंग्लैंड महिला टीम के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट मैच खेल रही हैं. इस मैच के साथ ही वस्त्रकार ने इतिहास रच दिया है. पूजा भारतीय महिला क्रिकेट टीम में टेस्ट डेब्यू करने वाली विंध्य रीजन की पहली क्रिकेटर बन गई हैं, तो वहीं करीब 15 साल बाद मध्य प्रदेश की कोई महिला भारतीय महिला क्रिकेट टीम से टेस्ट मैच खेल रही है. इतना ही नहीं पूजा वस्त्रकार प्रदेश की दसवीं महिला क्रिकेटर बन गई हैं, जो देश के लिए गौरव की बात है.
पूजा वस्त्रकार से पहले इंदौर की निधि बुले ने साल 2006 में भारतीय क्रिकेट टीम से टेस्ट मैच खेला था. इनके अलावा राजेश्वरी ढोलकिया, संध्या अग्रवाल, मिनोति देसाई, रेखा पुणेकर, रूपांजलि शास्त्री और अरुंधति किरकिरे ने भी भारतीय महिला क्रिकेट टीम में जगह बनाई थीं. अब शहडोल की रहने वाली वस्त्रकार भारतीय महिला क्रिकेट टीम से टेस्ट क्रिकेट खेल रही हैं. ऐसे में ईटीवी भारत ने उनके शुरुआती कोच आशुतोष श्रीवास्तव से बातचीत की.
गौरव की बात है- कोच
पूजा वस्त्रकार की ट्रेनिंग में कोच आशुतोष श्रीवास्तव ही मदद करते हैं. वस्त्रकार के टेस्ट डेब्यू को लेकर कोच आशुतोष श्रीवास्तव कहते हैं कि यह बड़े ही गौरव की बात है, शहडोल के लिए, क्रिकेट के लिए, मध्यप्रदेश के लिए, क्योंकि काफी लंबे समय के बाद महिला टेस्ट क्रिकेट मैच हो रहा हैं.
शुरुआत से एक अलग ही टैलेंट है- कोच
कोच आशुतोष श्रीवास्तव कहते हैं कि शुरुआत से ही पूजा का क्रिकेट को लेकर डिवोशन अलग था. कहावत है न कि 'पूत के पांव पालने वाला हिसाब किताब वो क्लियर था, उसमें वो जुनून था'.
कोच आशुतोष श्रीवास्तव का कहना है कि पहले हम उससे बल्लेबाजी करवाते थे, पर ऐसी कुछ घटना हुई कि पूजा बल्लेबाजी नहीं कर सकीं. फिर उसने गेंदबाजी की ओर जाने का फैसला किया. उसकी मेहनत ही थी, जो अब रंग लाई है.
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चोट से रहीं परेशान
पूजा वस्त्रकार क्रिकेट करियर में चोट से काफी परेशान रहीं. इस पर उनके कोच आशुतोष श्रीवास्तव कहते हैं कि चोट तो खिलाड़ी के करियर का एक पार्ट है. कोई भी खिलाड़ी हों, किसी भी खेल का खिलाड़ी हों, किसी भी इवेंट की बात हों, एक खिलाड़ी और चोट का गहरा रिश्ता होता हैं. खिलाड़ी को उसका सामना करना ही होता है. वहीं उन्होंने कहा कि पूजा जरूर चोटिल हुई, लेकिन इसके बावजूद भी उसने डोमेस्टिक क्रिकेट मैच बहुत सारे खेलें.
पूजा का असली खेल आना अभी बाकी
वस्त्रकार ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम से छह वनडे और T-20 मैच खेले हैं, जिसमें छह वनडे मैच में पूजा ने कोई विकेट हासिल नहीं किया, तो वहीं T-20 मैच में 16 विकेट हासिल किए. इतना ही नहीं इस दौरान वनडे मैच में उसने एक अर्धशतक भी लगाया. इस तरह से देखा जाए, तो वस्त्रकार को इंटरनेशनल क्रिकेट में जितना भी मौका मिला है, उसमें वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई हैं. इसे लेकर कोच आशुतोष श्रीवास्तव कहते हैं कि बिल्कुल वह मानते हैं कि उसने अभी तक अपना असली खेल नहीं दिखाया है. उनका मानना है कि जैसे-जैसे वह खेलती जायेगी, वैसे-वैसे उसका नेचुरल खेल देखने को मिलेगा.
बीती बातों को भुलाकर आगे बढ़ना होता है
पूजा वस्त्रकार को T-20 वर्ल्ड कप की टीम में भी शामिल किया गया था, लेकिन उसका दुर्भाग्य ही था कि उसे इंज्यूरी के चलते टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा था. इसे लेकर कोच आशुतोष श्रीवास्तव कहते हैं कि जब आपको मौका मिलता है, आप बेहतर नहीं कर पाते है, तो फिर चाहे उसके पीछे का कारण इंज्यूरी ही क्यों न हो, तो निराशा तो होती है, लेकिन एक खिलाड़ी के लिए जरूरी होता है कि उसे भूलकर आगे बढ़ें. पूजा ने भी वहीं किया. अपना लय हासिल करने में जुट गईं.
गौरतलब है कि, इंग्लैंड दौरे में पूजा वस्त्रकार से बहुत उम्मीदें हैं. उसने इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे टेस्ट मैच की पहली पारी में एक विकेट हासिल किया हैं. उसने 14 ओवर में 53 रन देकर एक विकेट लिया.