शहडोल। जिला मुख्यालय के सोहागपुर थाना क्षेत्र के सामने शहडोल-रीवा हाइवे पर उस समय जाम की स्थिति बन गई, जब कुछ लोग आकर नारेबाजी करने लगे. ये सभी होमगार्ड कार्यालय के पास अगरिया मोहल्ले के रहने वाले हैं.
जानिए पूरी घटना
दरअसल 11 मार्च 2020 को अगरिया मोहल्ले में महिलाओं और लड़कियों से शराब के नशे में कुछ लोगों ने छेड़खानी की थी, जब जितेंद्र सिंह ने इसका विरोध किया, तो बदमाशों ने उसके घर में घुसकर मारपीट की, जिससे उसे गंभीर चोटें आई. 10 दिनों तक जितेंद्र जबलपुर के अस्पताल में भर्ती रहे, इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई.
19 मार्च 2020 को गुरुवार को जब जितेंद्र के परिजन शव को शहडोल लेकर आए, तो इस मामले की जानकारी लगते ही जितेंद्र के घर के आस-पास लोग एकत्र हो गए. गुस्साए परिजनों के साथ ही भारी संख्या में स्थानीय लोगों ने सोहागपुर थाने के पास जाम लगा दिया और आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग करने लगे, जिसके बाद डीएसपी बीडी पांडेय की समझाइश पर जाम खुलवाया गया.