शहडोल। मध्यप्रदेश के छोटी से जगह से निकलकर कई क्रिकेटरों ने देश में अपना नाम बनाया है. हम बात कर रहे हैं शहडोल जिले की. जहां से भारतीय महिला क्रिकेट टीम में शामिल पूजा वस्त्रकार ने देश के साथ-साथ विदेश में भी अपना नाम कमाया है. वहीं अच्छे क्रिकेटर में शुमार कुमार कार्तिकेय सिंह ने भी शहडोल में ही आकर क्रिकेट के लिए अभ्यास किया है. कार्तिकेय ने चार साल पहले दिल्ली से शहडोल आकर अपना अभ्यास शुरू किया था, और आज यह मध्यप्रदेश की टीम से खेल रहे हैं. वहीं इस बार कार्तिकेय आईपीएल के ऑक्शन के लिए भी चुने गए हैं. इन्होंने शहडोल के गांधी स्टेडियम की पिच को अपने अभ्यास के लिए चुना था. (Gandhi Stadium in Shahdol)
जगह छोटी है, लेकिन खिलाड़ी हैं दमदार
कहने को तो शहडोल एक छोटा सा आदिवासी बाहुल्य जिला है, फिर भी यह अपने किसी ना किसी खासियत से प्रसिद्ध है. एक कारण इसके फेमस होने का यह भी है कि इस छोटे से जगह से निकलकर खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट टीम तक जगह बनाने में कामयाब हैं. शहडोल के लोग क्रिकेट के प्रति एक अलग ही जुनून रखते हैं. युवाओं में एक अलग ही टैलेंट है, जिसका नतीजा है कि शहडोल हर जगह अपना स्थान बनाने में कामयाब रहा है. इसी वजह से यहां के दो क्रिकेटर मध्य प्रदेश की रणजी टीम में सेलेक्ट हैं. (Shahdol Kumar Karthikeya Singh)
जानते हैं पूजा वस्त्रकार की कहानी
पूजा वस्त्रकार की अगर बात की जाए तो पूजा भारतीय महिला क्रिकेट टीम की रेगुलर खिलाड़ी हैं, जो टेस्ट, वनडे और टी-20 टीम में जगह बनाने में कामयाब रहती हैं. अभी हाल ही में पूजा को वर्ल्ड कप की टीम में शामिल किया गया है. वर्तमान में पूजा वस्त्रकार न्यूजीलैंड में हैं, जहां एक टी20 और पांच वनडे मैच की सीरीज खेल रही हैं, और फिर इसके बाद महिला वर्ल्ड कप में शामिल होंगी. यहां पर हर किसी को पूजा से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी. इसके अलावा मध्यप्रदेश के ही युवा क्रिकेटर हिमांशु मंत्री और कुमार कार्तिकेय एमपी की रणजी टीम में सेलेक्ट होने में कामयाब रहे हैं. जिससे एक बार फिर से शहडोल जिले का क्रिकेट बुलंदियों में पहुंच गया है. (Shahdol Pooja Vastrakar)
शुरुआत में लड़कों के साथ खेलतीं थीं क्रिकेट
पूजा वस्त्रकार के शुरुआती दिनों को याद करते हुए संभागीय क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सुनील खरे बताते हैं की, शुरुआत में पूजा यूं ही स्टेडियम में आकर घूमा करती थी. पूजा टेनिस बॉल से ही छोटे-छोटे बच्चों के साथ क्रिकेट खेलती थी, लेकिन हिट्स बड़े-बड़े लगाती थी. इसके बाद हमारे द्वारा पूछे गए क्रिकेट खेलने के सवालों पर पूजा से हामी भरते हुए यहीं से ट्रेनिंग शुरू की. 12 साल की उम्र से उसने क्रिकेट से जुड़ी चीजों को और खेलना सीखा, जिसके बाद वह आगे बढ़ते ही गई और आज वह भारतीय महिला टीम तक पहुंचने में कामयाब रही.
क्रिकेट में भविष्य उज्जवल है
संभागीय क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सुनील खरे बताते हैं की शहडोल में क्रिकेट की गतिविधियां और खिलाड़ियों का पार्टिसिपेशन बहुत अच्छा है, जिले के दो लड़के रणजी खेल रहे हैं जिनका नाम हिमांशु मंत्री और कुमार कार्तिकेय है. इतना ही नहीं इस बार कुमार कार्तिकेय का आईपीएल में भी ऑक्शन के लिए हो गया है, इस बार जब आईपीएल में खिलाड़ियों की बोली लगेगी तो उसमें कुमार कार्तिकेय भी शामिल रहेंगे. उनका बेस प्राइज 20 लाख रुपये रखा गया है.
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युवाओं ने कहा कॉन्फिडेंस बढ़ता है
शहडोल जैसी छोटी जगह से खिलाड़ियों का इतने बड़े-बड़े जगहों पर स्थान बनाना और सफल होना, यहां के युवा खिलाड़ियों को भी कॉन्फिडेंस देता है. युवा खिलाड़ी लखन ध्यान पटेल जो खुद भी अंडर 18 मध्यप्रदेश की टीम से खेल चुके हैं और लगातार तैयारी कर रहे हैं, वह कहते हैं कि जब यहां के खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करके बड़ी जगह पर अपना स्थान बनाते हैं, तो हम युवा खिलाड़ियों का भी मनोबल बढ़ता है. साथ ही कॉन्फिडेंस लेवल भी काफी हाई हो जाता है. हम युवाओं को भी उम्मीद है कि आगे हम और बेहतर प्रदर्शन करते हुए रणजी टीम और भारतीय टीम और आईपीएल जैसी जगहों पर उपना स्थान बनाने में कामयाब रहेंगे. (passion of Shahdol cricketers)