शहडोल। मोदी सरकार ने शुक्रवार को बजट का ऐलान कर दिया है. सभी की नजर मोदी सरकार के बजट पर टिकी हुई थी. हर कोई ये जानना चाह रहा था कि सरकार किन क्षेत्रों को सौगात देती है. किसानों की नजर भी बजट पर टिकी हुई थी कि इस बार के बजट में उन्हें क्या मिलता है. ETV BHARAT ने बजट में किसानों के लिए किए गए ऐलान को लेकर शहडोल जिले के किसानों से राय जानी.
शहडोल के किसानों ने सरकार की जीरो बजट की खेती को प्रमोट करने को लेकर अपनी राय रखी. जीरो बजट की खेती को लेकर किसान खुश नजर नहीं आये उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पानी की बड़ी दिक्कत है और ऐसे में अगर जीरो बजट की खेती की दिक्कतें और बढ़ जायेंगी.
जानिये आदिवासी अंचल के किसानों ने बजट को लेकर क्या कहा ? कुछ किसानों ने कहा कि वे डीपी यूरिया जैसे खादों का पिछले कई सालों से इस्तेमाल कर रहे हैं और उनके खेत अब सिर्फ कृत्रिम उर्रवरकों से ही प्रभावित होते हैं, ऐसे में गाय के गोबर का खाद खेतों में बेअसर होगा, कुल मिलाकर जीरो बजट खेती की ओर किसानों का फिर से वापस आना बड़ी चुनौती हो जाएगी.
जीरो बजट की खेती किसानों को चुनौतीशहडोल जिला आदिवासी अंचल में आता है और यहां आज भी कई छोटे किसान पुरानी पद्धति से खेती करते हैं लेकिन अधिकतर किसान पिछले कई सालों से आधुनिक पद्धति से खेती कर रहे हैं और उनके मन में बस एक ही सवाल है कि जब वे अपने खेतों में कृत्रिम खाद और कीटनाशक इस्तेमाल कर रहे हैं तो फिर जीरो बजट की खेती की ओर रुख करना बड़ी चुनौती होगी.