शहडोल। जिले से पुलिसगिरी का एक मामला सामने आया है, जहां यातायात सूबेदार एक युवक के साथ मारपीट कर रहा है. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में सूबेदार, युवक को पीटता और गाली गलौज करता दिख रहा है. ऐसे में जिस तरह से वीडियो में नजर आ रहा है, उसमें यही दिख रहा है कि सूबेदार युवक पर पुलिसगिरी कर रहा है. युवक के परिवार वाले उसे छुड़ाने की कोशिश कर रहे थे.
पुलिस की बर्बरता: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसके बाद अब पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है. इस वीडियो में सूबेदार अभिनव राय कुछ लोगों के साथ मारपीट कर रहे हैं. दरअसल एक परिवार अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहा था, जिसपर यातायात पुलिस ने उसके गाड़ी का चालान काट दिया. जिसके बाद ये विवाद शुरू हुआ. घटना को लेकर पीड़ित ऋषि पांडे ने बताया कि, "वह लोग अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए गोहपारू के कर्री गांव जा रहे थे. तभी रास्ते में कुछ पुलिसकर्मियों ने गाड़ी के सामने आकर वाहन रोकने का प्रयास किया. हमने गाड़ी काटकर आगे बढ़ाया और रोक दिया. तभी कुछ पुलिसकर्मी तेजी से पहुंचे और अभद्रता करते हुए गाड़ी के दस्तावेज मांगे. ड्राइवर लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन दिखाने के बाद सूबेदार ने प्रदूषण कागज मांगा नहीं होने पर पैसे की मांग की. तभी छोटा भाई वीडियो बनाने लगा तो उसे वीडियो बनाते देखते ही सूबेदार उस पर टूट पड़े और मारपीट शुरू कर दी. इस दौरान एक पुलिसकर्मी के वर्दी का बटन टूट गया, जिसपर वे उल्टा हमें फंसाने की धमकी देने लगे और शासकीय कार्य में बाधा डालने का प्रकरण दर्ज करवाने की बात कही".
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उच्चाधिकारियों तक पहुंचा मामला: इस घटना से पीड़ित परिवार परेशान हो गया है और उन्होंने अपने परिजनों को इसकी जानकारी दी. इसके बाद ये मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंच गया है. फिर डीएसपी राघवेंद्र द्विवेदी, मुकेश दीक्षित और कोतवाली टीआई पसोहगपुर टीआई मौके पर पहुंचे और समझौता करवाया. ऋषि पांडे ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम में 4 घंटे से ज्यादा समय लगा जिसकी वजह से अंतिम संस्कार में पहुंचने में देरी हुई.
सूबेदार को किया निलंबित: शहडोल डीएसपी ट्रैफिक मुकेश दीक्षित का कहना कि, गमी में शामिल होने जा रहे एक परिवार के लोगों का चालान को लेकर कुछ विवाद हुआ था. जिसमें दोनों पक्षों में आपसी सहमति से मामला निपट गया है. इस घटना के वायरल वीडियो को देखते हुए पुलिस के आला अधिकारियों ने सूबेदार अभिनव राय के अभद्र व्यवहार को देखते हुए पुलिस की छवि धूमिल होना बताया है और सूबेदार को निलंबित कर दिया गया है. पूरे घटनाक्रम के संबंध में समग्र जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहडोल को निर्देशित किया गया है.