शहडोल। विधानसभा के चुनाव खत्म होते ही अब ग्रामीण अपने-अपने जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में अपनी समस्याएं लेकर भी पहुंचने लगे हैं. बुधवार को शहडोल जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में बैगा समाज की कुछ ऐसी महिलाएं पहुंची जिन्होंने कहा की लाड़ली बहना से पैसा तो सबको मिल रहा है लेकिन बैगा समाज को जो हर महीने 1000 रुपये मिलता था वो उन्हें क्यों नहीं मिल रहा.
क्या है पूरा मामला: कड़कड़ाती ठंड में शहडोल जिले के गोहपारू तहसील की हर्रहा टोला ग्राम पंचायत की कई बैगा आदिवासी महिलाएं कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची. उनकी समस्या थी कि उन्हें पिछले 8 महीने से बैगा महिला मुखिया आहार अनुदान योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. इस योजना में सरकार हर महीने एक हज़ार रुपये देती थी. पहले उन्हें ये राशि मिलती थी लेकिन अब यह लाभ नहीं मिल रहा है. जिससे वो परेशान हैं और उन्हें फिर से इसका लाभ दिलाया जाए.
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अब ना लाड़ली बहना का लाभ ना एक हजार: बैगा आदिवासी महिलाओं का कहना है कि एक ओर सरकार लाड़ली बहना योजना से बहनों को पैसे दे रही है तो हमें इसका लाभ भी नहीं मिला. हम लाड़ली बहना का फॉर्म भी नहीं भर पाए. हमें 1000 रुपये बैगा महिला मुखिया आहार अनुदान योजना का लाभ मिलता था वह भी पिछले 8 महीने से नहीं आया. ऐसे में हम ना तो इधर के रहे ना उधर के रहे. महिलाओं ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन देकर की है.