शहडोल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां काफी तेज हो गई हैं, 21 अक्टूबर से नामांकन फॉर्म भरने का दौर भी शुरू हो गया है. कांग्रेस ने जहां शहडोल की तीनों विधानसभा सीटों पर पहले ही अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया था, लेकिन बीजेपी ने शहडोल जिले के ब्यौहारी विधानसभा सीट पर अब तक अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया था, लेकिन 21 अक्टूबर को जब बीजेपी ने पांचवी सूची जारी की तो उसमें एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी ने अपने वर्तमान विधायक पर ही दाव खेला है और शरद कोल को एक बार फिर से टिकट दे दिया है. यौहारी में शरद कोल पर दांव
भाजपा ने शरद कोल पर खेला दांव: भारतीय जनता पार्टी ने शहडोल जिले के जयसिंहनगर और जैतपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए तो अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान काफी पहले ही कर दिया था, जयसिंहनगर से जहां जैतपुर की वर्तमान विधायक मनीषा सिंह को टिकट दिया, तो वहीं जैतपुर विधानसभा से जयसिंहनगर के वर्तमान विधायक जय सिंह मरावी को टिकट दिया, मतलब जयसिंहनगर और जैतपुर विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशियों की अदला-बदली कर दी, लेकिन जिले की ब्यौहारी विधानसभा सीट पर अब तक नाम का ऐलान नहीं किया था, और सस्पेंस लगातार बरकरार था, और जैसे ही कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान किया, उसके बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने भी अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर दिया है. ब्यौहारी विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने आखिर में शरद कोल का टिकट फाइनल कर ही दिया.
कोल समाज पर बीजेपी का फोकस: भारतीय जनता पार्टी ने शरद कोल पर दांव खेलकर एक बार फिर से बता दिया है, कि उसका पूरा फोकस कोल समाज के वोटर्स पर ज्यादा है. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस छोड़कर शरद कोल भाजपा में आए थे और भाजपा ने उन्हें तुरंत ही टिकट भी दे दिया था, शरद कोल स्वर्गीय जुगलाल कोल के पुत्र हैं.
बता दें कि ब्यौहारी में कोल समाज के वोटर्स की संख्या ज्यादा है, और इसीलिए भारतीय जनता पार्टी की नजर भी कोल समाज पर है, कांग्रेस ने राम लखन सिंह को टिकट दिया है तो वहीं कांग्रेस के ही पूर्व विधायक रामपाल सिंह इस बात से नाराज होकर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं, और आम आदमी पार्टी ने जो लिस्ट जारी की है उसमें रामपाल सिंह ब्यौहारी से टिकट दे दिया है। मतलब कहीं ना कहीं रामपाल सिंह कांग्रेस का नुकसान करेंगे ऐसे में बीजेपी ने 21 अक्टूबर को जब अपनी पांचवी सूची जारी की तो उसमें अपने वर्तमान विधायक शरद कोल का ही टिकट फाइनल कर दिया, और अब एक बार फिर से अपने इस नेता पर भरोसा जताया है.
पिछले चुनाव में शरद कोल को मिली थी बड़ी जीत: दरअसल 2018 में जब चुनाव हुए थे तो उस समय शरद कोल बीजेपी में शामिल हुए थे और ब्यौहारी विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने कोल समाज पर फोकस करते हुए शरद कोल को टिकट भी दिया था. उस समय शरद कोल वहां से 32,450 वोट से चुनाव जीतकर आए थे, हालांकि जब कमलनाथ की सरकार आई तो शरद कोल काफी विवादित भी रहे.
अपने बयानों को लेकर भी विवादित रहे, उनका झुकाव कांग्रेस की ओर देखा गया था, जिसे लेकर कहीं ना कहीं भाजपा में भी शरद कोल को लेकर बेरुखी थी. इस बार टिकट फाइनल करने से पहले भारतीय जनता पार्टी काफी फूंक-फूंक कर कदम रख रही थी और काफी टाइम तक इस सीट पर बीजेपी वेट एंड वॉच की स्थिति में थी. जैसे ही कांग्रेस ने ब्यौहारी विधानसभा सीट से अपना टिकट फाइनल किया, उसके बाद एक बार फिर से बीजेपी ने अपने इस पुराने नेता पर भरोसा जताया और शरद कोल को एक बार फिर से चुनावी मैदान पर उतार दिया है।