शहडोल। लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बुधवार को जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान कई लोग अपनी शिकायत लेकर मंत्री से मिलने पहुंचे. इस दौरान एक युवक भी अपनी शिकायत लेकर मंत्री के पास पहुंचा और कहा कि अगर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो मैं आत्महत्या कर लूंगा. जिसके बाद मंत्री ने उसे गले लगाते हुए शांत करवाया.
दरअसल कुछ महीने खैरहा गांव निवासी सुधा गुप्ता को प्रसव पीड़ा के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां महिला और उसके बच्चे दोनों की मौत हो गई थी. जिसके बाद मृतिका के परिजनों ने डॉक्टर्स पर लापरवाही के आरोप लगाए थे. वहीं मंत्री तुलसीराम सिलावट के जिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान मृतिका सुधा गुप्ता के पति ने भी इंसाफ की गुहार लगाते हुए कहा कि अगर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वो अस्पताल परिसर में ही आत्महत्या कर लेगा.
सुधा गुप्ता के पति ने मंत्री से मुलाकात करते हुए ज्ञापन सौंपकर अपनी पीड़ा सुनाई. मृतिका के पति ने कहा कि अस्पताल की लापरवाही के चलते उसकी पत्नी और बच्चे की मौत हुई है. वहीं पीड़ा बताते हुए जब पीड़ित रोने लगा तो मंत्री ने उसे गले लगाते हुए कार्रवाई का आश्वसन दिया.
बता दें कि कुछ महीने पहले सुधा गुप्ता और उनके बच्चे की मौत का मामला काफी सुर्खियों में था. मामले में परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा था कि सुधा को प्रसव पीड़ा के दौरान किसी ने नहीं देखा, जिससे उसकी मौत हो गई. वहीं दो दिन बाद उसके बच्चे की भी मौत हो गई.