शहडोल। जिले के मनोड पांडेय ने भोजपुरी और बॉलीवुड सिनेमा में अपने टैलेंट को साबित किया है. इन्होंने शहडोल जैसी छोटी सी जगह से निकलकर मायानगरी में अपना लोहा मनवाया है. मनोज फिल्मों में बतौर स्क्रिप्ट राइटर काम करते हैं. वे भोजपुरी और बॉलीवुड की कई फिल्मों में स्क्रिप्ट राइटिंग कर चुके हैं. इन दिनों वे अपनी जन्मभूमि आए हुए हैं, जहां ETV BHARAT ने उनसे बात की. आज वे लोगों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं.
कहते हैं कि पूत के पांव पालने में ही दिखने लगते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ मनोज के साथ, जो स्कूल के समय से ही कहानियां लिखते थे. उनका ख्वाब था फिल्मों में लेखन का, फिर क्या था.. उन्होंने अपने सपनों को पंख लगाने के लिए रुख किया मायानगरी मुंबई का. यहां उन्होंने काफी संघर्ष किया और लिखने की रुचि ने ही उन्हें अपना मकाम दिलाया. ये मनोज के संघर्षों का ही परिणाम है कि इनकी लिखी कहानियों पर लगातार फिल्में बन रही हैं.
मनोज की मातृभाषा भोजपुरी है, जिसके चलते उन्होंने अपने करियर की शुरुआत भोजपुरी फिल्मों से की. उन्होंने अब तक लगभग 25 फिल्मों में स्क्रिप्ट राइटिंग की है, जिसमें रवि किशन स्टारर फिल्म रक्तभूमि, खेसारी लाल स्टारर मेरी दबंग सरकार भी शामिल है. वहीं मनोज की लिखी चार फिल्में इसी साल रिलीज होने वाली हैं और यह यात्रा अनवरत चल रही है.
भोजपुरी में अपना सिक्का जमा चुके मनोज ने बॉलीवुड फिल्मों के लिए भी स्क्रिप्ट लिखी है, जिसमें बिल्लू उस्ताद उनकी पहली फिल्म थी, जो बाल आतंकवाद पर आधारित थी. इसके साथ ही तीन और प्रोजेक्ट पर भी काम चल रहा है.
मनोज ने शहडोल जैसे छोटे शहर से निकलकर फिल्म जगत में अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया है. इससे न केवल क्षेत्र का नाम रोशन हुआ है, बल्कि कई युवाओं को इससे प्रेरणा भी मिली है, जो छोटे शहर से होने के कारण अपने सपनों को दफ्न कर देते हैं.