शहडोल। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी पड़ रही है, इसे तुलसी विवाह एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. देवउठनी एकादशी से ही मांगलिक कार्य के द्वार खुल जाते हैं. पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि, तुलसी विवाह के बाद से ही विवाह और अन्य मांगलिक कार्य शुरु हो जाते हैं. इसी वजह से नवंबर इस बार बेहद खास है.
विवाह के लिए खास नवंबर
पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि, विवाह के लिए नवंबर बेहद खास है. इसी महीने में भगवान श्री राम का विवाह मार्ग शीर्ष कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष के बीच में हुआ था. जिसे विवाह पंचमी भी कहा जाता है. श्री राम विवाह होने के कारण ही अगहन का महीना बहुत अहम माना जाता है. इस महीने जो विवाह होते हैं, वो बहुत फलदायी होते हैं. अन्य महीनों की अपेक्षा इस महीने में जो विवाह करता है, वो अन्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा सुखदायी रहता है. आइए जानते हैं इस महीने के शुभ विवाह.
विवाह के शुभ मुहूर्त
पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री ने बताया कि इस महिने शादी के लिए कई शुभ विवाह है जो 19 नवंबर से शुरू हो जाएंगें.
नवंबर में विवाह के शुभ मुहूर्त तारीख 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 28, 29, 30 नवंबर को हैं.
वधु प्रवेश के शुभ मुहूर्त
इस महीने वधु प्रवेश के शुभ मुहूर्त 18, 21, 22, 28, 29 नवंबर को हैं.
कर्ण छेदन के शुभ मुहूर्त
इस महीने कर्ण छेदन के लिए शुभ मुहूर्त 11, 15, 18, 27 नवंबर को हैं.
कर्ण छेदन के शुभ मुहूर्त के बारे में बताते हुए पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि जहां शक्तिपीठ हैं, वहां 12 महीने कर्ण छेदन किया जाता है, इसलिए शक्तिपीठ में जाकर कभी भी कर्ण छेदन कराया जा सकता है.
अन्य मुहूर्त
नवंबर महीने के शुभ मुहूर्त के बारे में बताते हुए पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री ने बताया कि शादी के लिए तो इस महीने बहुत सारे मुहूर्त हैं. लेकिन मुंडन, गृह प्रवेश और व्रतबन्ध के लिए इस महीने कोई शुभ मुहूर्त नहीं है.