Kharmas Month 2023। खरमास का महीना अब शुरू होने को है. जिसके बाद से कई सारे कार्य वर्जित हो जाते हैं. ज्योतिष आचार्य की मानें तो खरमास में सावधानी रखनी होती है. हर तरह के शुभ कार्य वर्जित हो जाते हैं और कई ऐसे कार्य हैं. जिन्हें खरमास में भूलकर भी नहीं करना चाहिए. कोशिश करें कि खरमास के पहले ही कर लें, या फिर खरमास के महीने में इंतजार करें और खरमास खत्म हो जाने के बाद ही उन कार्यों को शुरू करें. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला से जानिए खरमास में भूलकर भी किन कार्यों को नहीं करना चाहिए.
खरमास कब से कब तक: ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि 12 महीने होते हैं और 12 महीना में एक महीना ऐसा भी होता है. जो खरमास का होता है और हर चौथे साल में जिसको अधिमास कहते हैं, वह भी होता है. इस बार जो खरमास है, वो 15 दिसंबर 2023 से प्रारंभ हो रहा है और 15 जनवरी 2024 को प्रातः कालीन 8:00 बजे के पहले समाप्त भी हो जाएगा.
खरमास में भूलकर भी न करें ये काम: ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि जैसे ही खरमास प्रारंभ होता है, सभी ग्रह वक्री हो जाते हैं. सूर्य और चंद्रमा की चाल बदल जाती है. गुरु के भी वक्री होने के कारण सभी शुभ काम जैसे विवाह, गृह प्रवेश प्रतिबंध है. हर तरह के मांगलिक कार्य भी पूर्णतः बंद हो जाते हैं. इस अवधि में कई और काम ऐसे हैं, जिन्हें नहीं करना चाहिए.
जैसे खरमास प्रारंभ होता है, तो मुंडन संस्कार नहीं करना चाहिए. दूसरा नया घर बनाने की शुरुआत खरमास से नहीं करना चाहिए. तीसरा खरमास में कोई भी व्यापार का मुहूर्त न बनवाएं. खरमास में अपने घर में ही रहें, शास्त्रों में लिखा है खरमास में मोटे अनाज का सेवन करें, मोटे तेल का सेवन करें तो शरीर स्वस्थ रहता है, इसका भी ध्यान रखें.
शुभ कार्यों में आती है बाधा: खरमास में कोई भी ऐसा निर्णय न लें, जिसमें आपको कोई स्थाई रूप से काम करना है. यह भी वर्जित है. खरमास में कोई भी तीर्थ यात्रा न करें, क्योंकि सभी देवता शांत रहते हैं और वो दर्शन सुचारू रूप से नहीं दे पाते हैं. इसका ध्यान रखते हुए खरमास में यह काम ना करें. खरमास में कोई भी शुभ काम न होने के कारण एक माह तक सभी कार्य बंद रहते हैं. इस अवधि में अगर कोई भी वैवाहिक कार्यक्रम या मांगलिक कार्यक्रम करते हैं, तो उसमें बाधा आती है. इसलिए खरमास का विशेष महत्व हैं.