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चौपाटी है लेकिन शौचालय नहीं, कैसे बनेगा स्वच्छ भारत..?

शहडोल में नगरपालिका ने शहर के बीच में चौपाटी का निर्माण करा दिया लेकिन शौचालय की व्यवस्था नहीं करा पाया है.

It is Chowpatty but no toilet, how will Swachh Bharat be built ..?
कैसे बनेगा स्वच्छ भारत..?
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Published : Dec 8, 2019, 12:33 PM IST

शहडोल। स्वच्छता को लेकर जमकर अभियान चलाए जा रहे हैं. लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए जमकर पैसा भी खर्च किया गया. लेकिन जिले में स्वच्छता को लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए हैं. जिला मुख्यालय के बीचो-बीच चौपाटी का निर्माण तो करा दिया, लेकिन सालों बाद भी नगरपालिका चौपाटी में शौचालय की व्यवस्था नहीं करा पाया है.

लोग होते हैं परेशान

जिला मुख्यालय की चौपाटी में लगभग 40 से 50 खाने पीने की दुकानें लगती हैं. जहां हजारों की संख्या में हर दिन लोगों का आना जाना होता है. लेकिन जब लोगों को शौचालय की आवश्यकता होती है तो उन्हें इधर-उधर जाना पड़ता है.

जल्द कराएंगे व्यवस्था

नगरपालिका अध्यक्ष उर्मिला कटारे का मानना है कि चौपाटी में शौचालय की आवश्यकता उन्होंने खुद महसूस की है. जिसे लेकर नगरपालिका अध्यक्ष ने कहा कि जल्द ही व्यवस्थित जगह देखकर मोबाइल टॉयलेट का निर्माण कराएंगे.

कैसे बनेगा स्वच्छ भारत..?

शौचालय के लिए दर-दर भटकने को मजबूर महिला, कैसे पूरा होगा स्वच्छ भारत का सपना ?

शहडोल। स्वच्छता को लेकर जमकर अभियान चलाए जा रहे हैं. लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए जमकर पैसा भी खर्च किया गया. लेकिन जिले में स्वच्छता को लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए हैं. जिला मुख्यालय के बीचो-बीच चौपाटी का निर्माण तो करा दिया, लेकिन सालों बाद भी नगरपालिका चौपाटी में शौचालय की व्यवस्था नहीं करा पाया है.

लोग होते हैं परेशान

जिला मुख्यालय की चौपाटी में लगभग 40 से 50 खाने पीने की दुकानें लगती हैं. जहां हजारों की संख्या में हर दिन लोगों का आना जाना होता है. लेकिन जब लोगों को शौचालय की आवश्यकता होती है तो उन्हें इधर-उधर जाना पड़ता है.

जल्द कराएंगे व्यवस्था

नगरपालिका अध्यक्ष उर्मिला कटारे का मानना है कि चौपाटी में शौचालय की आवश्यकता उन्होंने खुद महसूस की है. जिसे लेकर नगरपालिका अध्यक्ष ने कहा कि जल्द ही व्यवस्थित जगह देखकर मोबाइल टॉयलेट का निर्माण कराएंगे.

कैसे बनेगा स्वच्छ भारत..?

शौचालय के लिए दर-दर भटकने को मजबूर महिला, कैसे पूरा होगा स्वच्छ भारत का सपना ?

Intro:Note_ mp_sha_01_aise_swachhta_byte_7203529 इस स्लग में शुरुआत में 4 वर्जन व्यापारियों के हैं और आखिरी वर्जन नगरपालिका अध्यक्ष उर्मिला कटारे का है।

mp_sha_01_swachh_opening_ptc_7203529 इस स्लग में ओपनिंग पीटीसी
mp_sha_01_swachhta_closing_ptc_7203529 इस स्लग में क्लोजिंग पीटूसी है।


ऐसे बनेगा स्वच्छ इंडिया, मोदी के सपने को यहां लगाया जा रहा पलीता, आखिर स्वच्छता को लेकर इतनी उदासीनता क्यों ?

शहडोल- स्वच्छता को लेकर पिछले कुछ साल से जमकर अभियान चलाए गए, लोगों को इसके प्रति जागरूक करने के लिए जमकर पैसा भी खर्च किया गया, लेकिन लगता है शहडोल नगरपालिका को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता तभी तो शहडोल जिला मुख्यालय के बीचों बीच कहने को चौपाटी का निर्माण तो करा दिया, करीब 30 से 40 खाने पीने की यहां दुकाने भी खुल गईं, हज़ारों की संख्या में लोगों का हर दिन जमावड़ा होने लगा लेकिन इतने साल हो जाने के बाद भी आजतक नगरपालिका चौपाटी में शौचालय की व्यवस्था नहीं कर पाया अलाम ये रहता है की लोग शौचालय के लिए इधर उधर परेशान होते रहते हैं।


Body:स्वच्छता के प्रति इतनी उदासीनता, एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया को क्लीन करने के अभियान को सपना बना रखा है, खुद मोदी भी इंडिया को स्वच्छ करने के लिए कई बार सड़क पर झाड़ू लेकर उतर गए, लोगों को स्वच्छता के प्रति अवेयर करने के लिए जमकर पैसा बहाया गया, आज भी जगह जगह स्वच्छता के प्रति लोगों को अवेयर किया जाता है, स्वच्छता अभियान के तहत गांव गांव घर घर शहर दर शहर शासन की ओर से शौचालय निर्माण कराये गए इसके लिए जमकर पैसा बहाया गया।

लेकिन जब सम्भागीय मुख्यालय के बीच शहर में बने चौपाटी में ही शौचालय न हो, जहां लगभग 40 से 50 खाने पीने की दुकानें लगती हों, हज़ारों की संख्या में हर दिन लोगों का यहां आना जाना होता हो, महिला से लेकर पुरुष तक बच्चों से लेकर युवाओं तक हर कोई यहां आता है, लेकिन जब उन्हें शौचालय की आवश्यकता होती है, तो उन्हें इसे लेकर मायूश ही होना पड़ता है।

नगरपालिका ने कई साल पहले चौपाटी का निर्माण तो करा दिया, यहां दुकान लगाने वाले व्यापारी बताते हैं कि वो कई साल से यहां दुकान लगा रहे हैं उनसे बराबर यहां दुकान लगाने के लिए किराया तो वसूला जाता है लेकिन इस पूरे चौपाटी में एक भी शौचालय नहीं है जिसे लेकर खुद वो और ग्राहक परेशान होते रहते हैं।

इतने सालों के बाद भी चौपाटी में शौचालय के प्रति नगरपालिका का उदासीन रवैया बहुत कुछ कहता है।

जल्द कराएंगे व्यवस्था
वहीं दूसरी ओर खुद नगरपालिका अध्यक्ष उर्मिला कटारे तो ये बात मानती हैं कि चौपाटी में टॉयलेट की आवश्यकता उन्होंने खुद महसूस की है, और मानति भी हैं कि होना चाहिए, नगरपालिका अध्यक्ष उर्मिला कटारे ने कहा है कि जल्द ही व्यवस्थित जगह देखकर मोबाइल टॉयलेट या टॉयलेट का निर्माण कराएंगे।


Conclusion:एक ओर खुद नगरपालिका स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने की बात कहता है लेकिन जब स्वच्छता को लेकर उसकी बारी आती है तो वो खुद भी उदासीन नज़र आता है, जब लोगों को जागरूक करने वाला ही खुद स्वच्छता के लिए अवेयर न हो, इतना उदासीन हो तो फिर कैसे स्वच्छ बनेगा इंडिया। एक ओर स्वच्छता को मोदी अपना मिशन बताते हैं दूसरीं ओर शासन प्रशासन का ही स्वच्छता के प्रति उदासीन रवैया कई सवाल खड़े करता है।
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