शहडोल। साल 2020 अब तक किसानों के लिए कष्टकारी ही रहा है साल की शुरूआत से ही बारिश और ओला की मार किसानों पर पड़ रही है. आलम ये रहा की सब्जी की खेती समेत दूसरी फसलें भी बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं. तो अब कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन भी किसानों के लिए परेशानियां लेकर आया.
शहडोल जिला मुख्यालय से लगभग 15 से 20 किलोमीटर दूर है झगरहा गांव के किसान शीतेश जीवन पटेल सब्जी लगाते हैं. शीतेश कहते हैं कि इसी सब्जी की खेती के दम पर वे अपना जीवन चलाते हैं, लेकिन लगता है कि इस बार कुदरत उनसे रूठी है, पहले बारिश और ओला और अब कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन, खेत से पूरे सब्जी की फसल की खपत ही नहीं हो पा रही है. जिससे खेत में ही फसल सड़ रही है.
नहीं जा पा रहे सब्जी बेचने
किसान सब्जी बेचने कहीं जा नहीं पा रहे हैं. अपने जिले से बाहर लेकर भी नहीं जा सकते, समय भी कम रहता है. जिससे पूरी फसल एक साथ भेज ही नहीं पा रहे, जितनी ले जा रहे उसे ही लौटा के लाना पड़ता है क्योंकि लॉकडाउन है. न ही मार्केट में अब सब्जी की डिमांड है कि क्योंकि सब कुछ बंद है.
किसान शीतेश जीवन पटेल कहते हैं उन्हें 25 से 30 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. उनकी तरह कई किसान इस लॉकडाउन की वजह से नुकसान झेल रहे हैं. क्योंकि उनकी सब्जी सिर्फ शहडोल ही नहीं अनुपपुर, बुढ़ार, सीधी, कई जिलों में जाती थी. लेकिन अब सब बंद है. अगर लॉकडाउन इसी तरह चलता रहा तो उनकी हालत और खराब होती जाएगी.