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जुड़वां बच्चे पैदा होने के बाद भी जानिए क्यों परेशान हैं परिजन, मदद की लगा रहे गुहार

जिले के बेलिया गांव के रहने वाले परिवार में आपस में जुड़े हुए जुड़वां बच्चों का जन्म हुआ है, लेकिन ऑपरेशन से इन्हें अलग करने का खर्च वहन करना माता-पिता के वश में नहीं है. जिसके बाद परिवार ने कलेक्टर से गुहार लगाई है.

10 दिन पहले ही हुआ दो जुड़वा बच्चों का जन्म
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Published : Aug 7, 2019, 1:43 PM IST

शहडोल। जिले के रामपुर ग्राम पंचायत के बेलिया गांव में 10 दिन पहले दो जुड़वा बच्चों का जन्म हुआ था, जिनके पेट का हिस्सा आपस में जुड़ा हुआ है. इन बच्चों के माता-पिता आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं और आपस में जुड़े हुए बच्चों के ऑपरेशन का खर्च इनके पास नहीं है. जिसके बाद ये कलेक्टर से बच्चों के ऑपरेशन में मदद करने की गुहार लेकर पहुंचे.
डॉक्टर्स के अनुसार बच्चों के आपरेशन में करीब 3 लाख का खर्च आएगा, जो 6 महीने के बाद होगा. बच्चों की दादी का कहना है कि डॉक्टर्स बच्चों के ठीक हो जाने की गारंटी भी नहीं दे रहे हैं.

बता दें कि इन बच्चों का जन्म जबलपुर के एक प्राइवेट हास्पिटल में हुआ था. बच्चों को जुड़ा हुआ देखकर इन्हें जबलपुर रेफर कर दिया गया था. इन बच्चों की मां का नाम गिरिजा सिंह है और पिता का नाम अजय सिंह है. ये परिवार जिले से करीब 50 किलोमीटर दूर रामपुर ग्राम पंचायत के बेलिया गांव में रहते हैं.

आपस में जुड़े हुए जुड़वां बच्चों का जन्म

बता दें कि इस परिवार ने बच्चों के ऑपरेशन के लिए कलेक्टर से भी गुहार लगाई है. इस मामले में CHMO डॉक्टर राजेश पांडेय ने बताया कि बच्चों को आज जिला चिकित्सालय में भर्ती करा लिया गया है और इनकी हालत में अब सुधार है. उन्होंने कहा कि एक दिन बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सही समय आने पर ऑपेरशन करके इन बच्चों को अलग कर दिया जाएगा और इस मामले में दूसरे हॉस्पिटल्स और विशेषज्ञों से भी राय ली जाएगी. उन्होंने परिवार की पूरी मदद का आश्वासन दिया.

शहडोल। जिले के रामपुर ग्राम पंचायत के बेलिया गांव में 10 दिन पहले दो जुड़वा बच्चों का जन्म हुआ था, जिनके पेट का हिस्सा आपस में जुड़ा हुआ है. इन बच्चों के माता-पिता आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं और आपस में जुड़े हुए बच्चों के ऑपरेशन का खर्च इनके पास नहीं है. जिसके बाद ये कलेक्टर से बच्चों के ऑपरेशन में मदद करने की गुहार लेकर पहुंचे.
डॉक्टर्स के अनुसार बच्चों के आपरेशन में करीब 3 लाख का खर्च आएगा, जो 6 महीने के बाद होगा. बच्चों की दादी का कहना है कि डॉक्टर्स बच्चों के ठीक हो जाने की गारंटी भी नहीं दे रहे हैं.

बता दें कि इन बच्चों का जन्म जबलपुर के एक प्राइवेट हास्पिटल में हुआ था. बच्चों को जुड़ा हुआ देखकर इन्हें जबलपुर रेफर कर दिया गया था. इन बच्चों की मां का नाम गिरिजा सिंह है और पिता का नाम अजय सिंह है. ये परिवार जिले से करीब 50 किलोमीटर दूर रामपुर ग्राम पंचायत के बेलिया गांव में रहते हैं.

आपस में जुड़े हुए जुड़वां बच्चों का जन्म

बता दें कि इस परिवार ने बच्चों के ऑपरेशन के लिए कलेक्टर से भी गुहार लगाई है. इस मामले में CHMO डॉक्टर राजेश पांडेय ने बताया कि बच्चों को आज जिला चिकित्सालय में भर्ती करा लिया गया है और इनकी हालत में अब सुधार है. उन्होंने कहा कि एक दिन बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सही समय आने पर ऑपेरशन करके इन बच्चों को अलग कर दिया जाएगा और इस मामले में दूसरे हॉस्पिटल्स और विशेषज्ञों से भी राय ली जाएगी. उन्होंने परिवार की पूरी मदद का आश्वासन दिया.

Intro:note_ वर्जन बच्चों की दादी राजवती सिंह का है, दूसरा वर्जन उनके साथ आये सहयोगी नर्मदा प्रसाद गुप्ता का है।

सीएमएचओ राजेश पांडे से फ़ोन पर संपर्क हो पाया, इसलिए फोनिक वर्जन लिख दिया गया है।


जुड़वां बच्चे पैदा होने के बाद भी जानिये क्यों परेशान हैं परिजन, मदद की लगा रहे गुहार


शहडोल- शहडोल जिला मुख्यालय में आज कलेक्टर के पास मदद की गुहार लगाने एक परिवार पहुंचा, ये परिवार जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर रामपुर ग्राम पंचायत के बेलिया गांव का है, जिनके यहां जुड़वां बच्चों का जन्म तो हुआ लेकिन ये बच्चे एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और इन बच्चों की यही समस्या अब परिवार की बड़ी समस्या बन गई है। क्योंकी इन बच्चों के आपरेशन में जो खर्च आएगा वो पैसा इनके पास नहीं है और इसी लिए मदद की गुहार लगाने आज कलेक्टर के पास ये परिवार पहुंचा।


Body:जुड़वा बच्चे, लेकिन आपस में जुड़े हुए

रामपुर ग्राम पंचायत के बेलिया गांव की राजवती सिंह जो उन बच्चों की दादी हैं बताति हैं कि इन जुड़वां बच्चों का जन्म 10 दिन पहले हुआ, जिनके पेट का हिस्सा आपस में जुड़ा है, इन बच्चों के मां का नाम गिरिजा सिंह है, और पिता का नाम अजय सिंह है, और इन बच्चों का जन्म जबलपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में हुआ। क्योंकि इन्हें जबलपुर रेफर किया गया था। ऑपेरशन के जरिए इन बच्चों का जन्म हुआ, परिजनों ने बताया कि ज्यादा पैसे नहीं थे इसलिए छुट्टी लेकर वापस आ गए, बच्चों की दादी बताति हैं कि जबलपुर के डॉक्टर्स इन बच्चों के आपरेशन में करीब 3 लाख का खर्च बता रहे हैं और 6 महीने बाद ऑपेरशन करने की बात कह रहे हैं, साथ ही कोई गारंटी भी नहीं दे रहे हैं।

ऑपेरशन के लिए पैसे नही, मदद की लगा रहे गुहार

बच्चों के साथ आयीं उनकी दादी बताति हैं कि इन मासूमों के आपरेशन के लिए उनके पास पैसे नहीं है इसलिए अब वो मदद की गुहार लगाने के लिए कलेक्टर के पास पहुंचे हैं।

परिवार है गरीब

जुड़वां बच्चों का परिवार गरीब है उनके आय का साधन खेती और मज़दूरी है हर दिन कमाते हैं और खाते हैं ऐसे में ये परिवार ऑपेरशन में खर्च होने वाले इतने पैसे कहां से लाये।




Conclusion:जिला अस्पताल में भर्ती, समय आने पर होगा ऑपेरशन

इस मामले में जब हमने सीएमएचओ डॉक्टर राजेश पांडेय से बात की तो उनका कहना था कि बच्चों को आज जिला चिकित्सल्य में भर्ती कर लिया गया है बच्चे स्वस्थ हैं कल उन्हें कागज तैयार करके उनके घर भेज दिया जाएगा, अभी बच्चों के ऑपेरशन का समय नहीं है, समय आने पर ऑपेरशन करके इन बच्चों को अलग कर दिया जाएगा,इसके लिए अच्छे संस्थानों से राय ली जाएगी, और इनकी पूरी मदद की जाएगी।



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