शहडोल। इस बार दीपावली रविवार 12 नवंबर को पड़ रही है. दीपावली की तैयारी जोर शोर से चल रही है. बाजार पूरी तरह से गुलजार हो चुके हैं. दीपावली की तैयारी में लोग घरों में साफ सफाई भी कर रहे हैं, क्योंकि उस दिन विशेषकर लक्ष्मीजी की पूजा होती है. इस बार की दीपावली बहुत विशेष भी है, क्योंकि इस बार दो योग बन रहे हैं. जिससे कई लोगों को लाभ होंगे. विशेष कर चार राशि के जातक तो मालामाल हो जाएंगे. इस बार दीपावली में पूजा करने के लिए कब-कब है शुभ मुहूर्त, कौन-कौन से योग बन रहे हैं, जानिए ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री से.
दीपावली और शुभ मुहूर्त: ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि इस बार दीपावली 12 नवंबर को पड़ रही है. 12 नवंबर को चतुर्दशी भी है, लेकिन चतुर्दशी दोपहर में 2:12 बजे तक है और दीपोत्सव और लक्ष्मी जी की पूजा अमावस्या को ही होती है. दोपहर में 2:12 बजे के बाद लक्ष्मी जी की पूजा का विधान है.
दीवापली में पूजा करने के लिए शुभ मुहूर्त की बात करें तो प्रथम समय 2:12 बजे से 4:00 तक है. 4:00 बजे से 5:00 बजे तक फिर मुहूर्त नहीं है. फिर शाम 5:00 बजे से लेकर 7:00 बजे तक है. इसके बाद 7:30 बजे से लेकर रात 10:00 बजे तक है. एक निशा रात्रि की पूजा होती है, उसके लिए रात 11:00 बजे से लेकर रात 2:00 बजे तक शुभ मुहूर्त है.
बन रहे दो विशेष योग: ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि इस बार दीपावली में दो विशेष योग भी बन रहे हैं. जिसमें एक राज केसरी योग है और दूसरा लक्ष्मी योग है. यह दोनों योग बन रहे हैं. दोनों ही योग इस दीपावली को विशेष बना रहे हैं. राज केसरी योग जो बन रहा है, वह सिंह राशि, धनु राशि और मीन राशि ऐसे जो जातक हैं, उन्हें लाभ होगा. राजनीति में जिनका प्रवेश है, ऐसे जातकों के लिए सुनहरा अवसर रहेगा. ऐसे जातक विजयश्री भी प्राप्त करेंगे, और राज योग यानी ऊंचा पद मिलने की पूर्ण संभावना रहेगी.
वहीं जो मीन राशि वाले हैं, ऐसे जातकों को भी राज केसरी योग और लक्ष्मी योग विशेष लाभ मिलेगा. ऐसे जातक जिनकी मीन राशि है, इनका राजनीतिक भविष्य अच्छा रहेगा, अच्छा पद मिलेगा और कहीं भी राजनीति के क्षेत्र में प्रवेश करें, तो इनका लाभ ही लाभ होगा. राज केसरी योग और लक्ष्मी योग का फायदा धनु राशि वालों को भी होगा, जो धनु राशि वाले जातक हैं, उनके लिए चौतरफा विकास होगा. राजनीति क्षेत्र हो या व्यवसाय हो या कृषक हों इनका सुनहरा अवसर रहेगा. इस तरह से उनका योग बनेगा.
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हल्दी पानी से पदचिन्ह का विशेष महत्व: ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि दीपावली में जो पूजन का विधान है. लक्ष्मी जी की कुबेर जी की पूजन करें तो घर में शांति बनेगी. धन-धान्य की बढ़ोतरी होगी. लक्ष्मी जी का निवास होगा और पूजन करते समय एक बात और ध्यान में रखें. हल्दी को पानी में घोलकर दरवाजे के सामने छोटे-छोटे सुंदर पद चिन्ह बनाएं, क्योंकि जब घर में लक्ष्मी जी का प्रवेश होता है और जब लक्ष्मी जी उस पद चिन्ह को देखती हैं. तो वहां खड़े होकर धन की वर्षा करती हैं. उस घर में धन का आगमन बढ़िया होता है और कभी भी कोई दिक्कत नहीं होती है.