शहडोल। जिले के कोरोना प्रभारी मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कोरोना की समीक्षा करते हुए एक अहम बैठक ली. बैठक में ऑक्सीजन की कमी को लेकर चर्चा की गई. कोविड प्रभारी मंत्री ने सभी विधायकों को कहा है कि कोविड महामारी के संक्रमण को देखते हुए अपनी विधायक निधि से सभी विधायक 25-25 लाख रुपए दें, जिससे आवश्यकता पड़ने पर उसका उपयोग किया जा सके.
कोविड प्रभारी मंत्री को डीन ने कही ये बात
बैठक में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. मिलिंद शिरालकर ने प्रभारी मंत्री को अवगत कराया कि मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है, ऑक्सीजन टैंकर में प्रेशर की कमी आई थी, जंबो सिलेंडर सपोर्ट सिस्टम से ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था कराई गई थी. मेडिकल कॉलेज में जो भी मौतें हुई हैं वे ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई है, सभी मरीजों की हालत बहुत ही क्रिटिकल थी.
कलेक्टर ने दिए निर्देश
बैठक में कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह ने मेडिकल कॉलेज के डीन को कहा कि यहां मुख्य व्यवस्थाएं आवश्यक रूप से किए जाएं, जिसमें मुख्यत मेडिकल कॉलेज में एक इंक्वायरी कक्ष की स्थापना की जाए, जिसमें 24 घंटे एक चिकित्सक के साथ टीम कार्य करें और उनके पास सीयूजी नंबर हो. जब कोई परिजन अपने मरीज की हालात के बारे में जानना चाहें, तो वे कोविड वार्ड के चिकित्सक से संपर्क कर उसकी स्थिति परिजन को बता सकें.
प्राइवेट अस्पतालों में भी बेड की व्यवस्था
बैठक में कलेक्टर ने प्रभारी मंत्री को बताया कि जिले में प्राइवेट नर्सिंग होम, देवांता और राम हॉस्पिटल में 25-25 कोविड बेड बनाए गए हैं. अमृता हॉस्पिटल में 10 कोविड बेड बनाए गए हैं, इस तरह से जिले में 60 अतिरिक्त कोविड बेड प्राइवेट अस्पतालों में बनाए गए हैं. जिला रेड क्रॉस सोसाइटी से 50 जैंबो ऑक्सीजन सिलेंडर और 20 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था भी की गई है.
नामजद डॉक्टर्स की लगाएं ड्यूटी
बैठक में कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज को कहा कि कॉलेज के कोविड वार्ड में चिकित्सकों की ड्यूटी लगाएं और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी मरीज अनअटेंडेड न रहे. कॉलेज में जैसे ही मरीज आए, उसे तत्काल भर्ती कर चिकित्सकीय सुविधाएं मुहैया कराएं. वहीं, कलेक्टर ने प्रभारी मंत्री को आश्वस्त किया कि जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन की भी पर्याप्त व्यवस्था है.