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आपदा में अवसर! 50 रुपए के लिए जान जोखिम में डालकर जर्जर पुल पार करवा रहे युवा - कई पुल क्षतिग्रस्त हो गए

सिवनी जिले में इस साल आई बाढ़ में मझगमा के पास वैनगंगा नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया है. जिससे सैकड़ों गांवों का संपर्क शहर से टूट गया है. ऐसे में लोग जान जोखिम में डालकर जर्जर पुल को पार करने पर मजबूर हैं, वहीं जो लोग पार नहीं कर पाते उन्हें कुछ बेराजगार युवा 50 रुपए में पुल पार करवा रहे हैं.

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50 रुपए के लिए जान जोखिम में डालकर जर्जर पुल पार करवा रहे युवा
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Published : Sep 28, 2020, 6:03 PM IST

Updated : Sep 28, 2020, 6:20 PM IST

सिवनी। विगत दिनों केवलारी क्षेत्र में आई बाढ़ जैसी आपदा के चलते कई पुल क्षतिग्रस्त हो गए. ऐसे में लोगों को नदी पार करने में काफी समस्या हो रही है. जिसके चलते बेरोजगार 50 रुपए में अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को नदी पार करवाने का काम कर रहे हैं. इस जद्दोजहद में कई लोग नदी में गिर भी चुके हैं. जिससे कभी भी बड़े हादसे हो सकते हैं, बावजूद इसके प्रशासन कुंभकर्णी नींद में सो रहा है.

जर्जर पुल पार करवा रहे युवा

दरअसल, मझगमा के पास वैनगंगा नदी पर अंग्रेजों के जमाने का बना पुल पलारी -धनौरा -कहानी होते हुए जबलपुर तक जाता है, जो सैकड़ों गांवों को एक दूसरे से जोड़ता है, लेकिन इस साल आई बाढ़ के कारण वो पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. वहीं इसके पास ही करोड़ों की लागत से बन रहा नया पुल प्रशासनिक उदासीनता और ठेकेदार की लापरवाही के कारण आज तक नहीं बन पाया. जिससे लोग जान जोखिम में डालकर इस जर्जर पुल को पार करने पर मजबूर हैं, वहीं जो लोग पुल पार नहीं कर पाते हैं, उन्हें बेरोजगार युवा 50 रुपए लेकर पार करवाते हैं.

पुल पार करते समय कई लोगों गिर भी चुके हैं, लेकिन शासन-प्रशासन आंखों में पट्टी बांधकर बैठा है. प्रशासन न तो पुल बनाने में दिलचस्पी ले रहा है और न ही सुरक्षा के कोई इंतजाम किए जा रहे हैं. ग्रामीणों की मांग है कि, क्षतिग्रस्त पुल के ऊपरी हिस्से की मरम्मत कराकर चलने लायक बनाया जाए. जिससे आवागमन सुचारू रूप से चल सके.

सिवनी। विगत दिनों केवलारी क्षेत्र में आई बाढ़ जैसी आपदा के चलते कई पुल क्षतिग्रस्त हो गए. ऐसे में लोगों को नदी पार करने में काफी समस्या हो रही है. जिसके चलते बेरोजगार 50 रुपए में अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को नदी पार करवाने का काम कर रहे हैं. इस जद्दोजहद में कई लोग नदी में गिर भी चुके हैं. जिससे कभी भी बड़े हादसे हो सकते हैं, बावजूद इसके प्रशासन कुंभकर्णी नींद में सो रहा है.

जर्जर पुल पार करवा रहे युवा

दरअसल, मझगमा के पास वैनगंगा नदी पर अंग्रेजों के जमाने का बना पुल पलारी -धनौरा -कहानी होते हुए जबलपुर तक जाता है, जो सैकड़ों गांवों को एक दूसरे से जोड़ता है, लेकिन इस साल आई बाढ़ के कारण वो पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. वहीं इसके पास ही करोड़ों की लागत से बन रहा नया पुल प्रशासनिक उदासीनता और ठेकेदार की लापरवाही के कारण आज तक नहीं बन पाया. जिससे लोग जान जोखिम में डालकर इस जर्जर पुल को पार करने पर मजबूर हैं, वहीं जो लोग पुल पार नहीं कर पाते हैं, उन्हें बेरोजगार युवा 50 रुपए लेकर पार करवाते हैं.

पुल पार करते समय कई लोगों गिर भी चुके हैं, लेकिन शासन-प्रशासन आंखों में पट्टी बांधकर बैठा है. प्रशासन न तो पुल बनाने में दिलचस्पी ले रहा है और न ही सुरक्षा के कोई इंतजाम किए जा रहे हैं. ग्रामीणों की मांग है कि, क्षतिग्रस्त पुल के ऊपरी हिस्से की मरम्मत कराकर चलने लायक बनाया जाए. जिससे आवागमन सुचारू रूप से चल सके.

Last Updated : Sep 28, 2020, 6:20 PM IST
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