सिवनी। प्रदेश सरकार गांवों में 18 घंटे बिजली देने का दावा पूरा करने की कोशिश में है, मगर जर्जर तार, लो वोल्टेज और पुराने संसाधनों के कारण ग्रामीणों से बिजली की आंख मिचौली खत्म ही नहीं हो रही. आदिवासी ब्लॉक घंसौर अंतर्गत भेड़ा गांव का भी यही हाल है. गांव में ट्रांसफर खराब होने के कारण पिछले 20 दिनों से टोटल ब्लैक आउट है. समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों के भारी विरोध के बाद भी प्रशासनिक अधिकारी कोई सुध नहीं ले रहे हैं.
इस गांव में करीब दो सौ से अधिक परिवार रहते हैं. बिजली की समस्या से पूरा का पूरा गांव ही परेशान है. बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई रुक गई है. आम जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इतना ही नहीं कैरोसिन नहीं मिलने से खाने के तेल से चिराग जलाकर लोग अपने घरों का अंधेरा दूर कर रहे हैं.
ग्रामीणों ने बताया कि बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ वे स्थानीय सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और विधायक योगेंद्र सिंह को भी इस समस्या से अवगत करा चुके हैं. लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है. आज परेशान होकर ग्रामीणों का सब्र का बांध टूट गया और गांव में जमकर हंगामा किया और सांसद,विधायक मुर्दाबाद के नारे लगाए. वहीं जब अधिकारियों से इस लापरवाही पर सवाल पूछे गए तो उन्होंने रटा-रटाया जवाब सुना दिया कि जल्द इस समस्या का समाधान कर दिया जाएगा. अब देखना होगा की इन ग्रामीणों की समस्या कब तक दूर होगी और कब इन परिवारों के घरों में रोशनी आएगी.