सिवनी। आपने दुनिया में बहुत से कलाकार देखे होंगे. लेकिन किसी कलाकार का ऐसा जूनून शायद ही कभी देखा होगा. मध्य प्रदेश के सिवनी में एक ऐसा कलाकार है जिसने 2000 साल पुराने प्रसिद्ध और प्राचीन मठ मंदिर में पेड़ों की बेला, डाली और लकड़ियों से बाबा महाकाल की सुंदर प्रतिमा बना डाली. यह कलाकार ऋषभ कश्यप है. ऋषभ की कलाकारी को देखने दूर दराज से लोग आ रहे हैं. जिसने भी प्रतिमा देखी हतप्रभ रह गया.
दूर-दराज से प्रतिमा देखने आ रहे लोग: कलाकार ऋषभ कश्यप (Artist Rishabh kashyap) ने बताया कि ''भगवान शिव की कलाकृति बनाने के लिए सबसे पहले एक गड्ढा खोदा. इसके बाद पेड़ से काटकर लाई गई टहनी को उसमें खड़ाकर मिट्टी से भर दिया. बीते दिनों आई आंधी में उसने सहयोगी के साथ लकड़ियों को एकत्र किया था. उसको टहनी से जोड़ने के बाद बरगद की जड़, टोकनी और अन्य सामानों का उपयोग कर भोलेनाथ और नाग की आकृति तैयार कर दी''. भगवान भोलेनाथ की आकृति को देखने के लिए शहर भर के लोग मठ मंदिर पहुंच रहे हैं. लोग कलाकार की कलाकृति की जमकर सराहना कर रहे हैं.
2000 साल पुराने प्रसिद्ध और प्राचीन मठ मंदिर के गार्डन में बाबा महाकाल की प्रतिमा बनाई है. प्रतिमा को बनाने में पेड़ों की लकड़ियों और तिनकों का प्रयोग किया गया है. भोलेनाथ के आर्शीवाद से हमें हमेशा कुछ नया करने का आईडिया आता रहता है. आगे भी हम ऐसी कलाकृति करते रहेंगे.-ऋषभ कश्यप, कलाकार
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श्रावण मास का महत्व: भगवान शिव (Lord Shiva) का पवित्र मास श्रावण मास भगवान भोलेनाथ के भक्तों के लिए काफी महत्व रखता हैं. श्रावण मास 12 अगस्त तक चलेगा. इस महीने में जहां देश भर में शिवालयों में रौनक है. वहीं, देश-प्रदेश के शिवालयों में भगवान भोलेनाथ की भक्ति में भक्त डूूबे नजर आ रहे हैं. शास्त्र के अनुसार जो भक्त सावन के पावन महीने में भगवान भोलेनाथ की विधि -विधान से पूजा करते हैं, उनकी सारी मनोकामना पूर्ण होती हैं. सावन महीने के सोमवार को पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना करके अगर व्रत रखा जाए तो भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. (Sawan 2022)
(10 feet high statue of baba mahakal in Seoni) (Unique Mahakal statue in seoni) (Unique Shiva devotee in Seoni) (Seoni Artist Rishabh kashyap)