ETV Bharat / state

संबल योजना को अधिकारी लगा रहे पतीला, स्वीकृत पैसे के लिए मांग रहे रिश्वत

सिवनी के खुट खमरिया में रहने वाली विमला यादव के पति का निधन हो चुका है जिनका परिवार संबल योजना की पात्रता रखता है. इस परिवार के लिए जनपद पंचायत से राशि भी स्वीकृत हो चुकी है. लेकिन शासन की लापरवाही के कारण हितग्राही के खाते में पैसे नहीं आ पाए हैं.

code picture
सांकेतिक चित्र
author img

By

Published : Jun 13, 2020, 7:03 AM IST

सिवनी। प्रदेश में अधिकारियों का आम जनता के लिए रवैया हमेशा खिलाफ रहा है. इसकी शिकायतें भी सामने आती रही हैं. सरकारी कर्मचारी ही संबल योजना को पलीता लगा रहे हैं. सिवनी की जनपद पंचायत लखनादौन में एक ऐसा ही मामला सामने आया है. जहां संबल योजना के पैसे देने के बदले पीड़ित से रिश्वत मांगी जा रही है.

संबल योजना को लगा पतीला

सिवनी के खुट खमरिया में रहने वाली विमला यादव के पति का निधन हो चुका है जिनका परिवार संबल योजना की पात्रता रखता है. इस परिवार के लिए जनपद पंचायत से राशि भी स्वीकृत हो चुकी है. लेकिन शासन की लापरवाही के कारण हितग्राही के खाते में पैसे नहीं आ पाए हैं. हितग्राही का परिवार पिछले एक साल से जनपद पंचायत के चक्कर लगा रहा है.

हितग्राही संत कुमार सिंह यादव ने पंचायत सचिव पर 35 हजार रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है. हितग्राही का कहना है कि जनपद पंचायत के बाबू पैसे की मांग कर रहे हैं. पीड़ित ने बताया कि बाबू रिश्वत मांग रहे हैं तभी उनका काम होगा.

मामले में जनपद पंचायत के सीईओ ने बताया कि पहले हमें राशि मिलती थी, जो कि शासन ने बंद कर दी है. शासन की ओर से हितग्राही की राशि की डिमांड की गई है. जैसे ही राशि आती है तो वह हितग्राही के खाते में पहुंच जाएंगी.

रिश्वत के सवाल पर जनपद सीईओ ने कहा कि जो आरोप बाबू पर लग रहे हैं, वह निराधार हैं और आरोप लगाना आम बात हो गई है. जब भी शासन स्तर से पैसा आएगा वह सीधे हितग्राही के खाते में पहुंच जाएगा.

सिवनी। प्रदेश में अधिकारियों का आम जनता के लिए रवैया हमेशा खिलाफ रहा है. इसकी शिकायतें भी सामने आती रही हैं. सरकारी कर्मचारी ही संबल योजना को पलीता लगा रहे हैं. सिवनी की जनपद पंचायत लखनादौन में एक ऐसा ही मामला सामने आया है. जहां संबल योजना के पैसे देने के बदले पीड़ित से रिश्वत मांगी जा रही है.

संबल योजना को लगा पतीला

सिवनी के खुट खमरिया में रहने वाली विमला यादव के पति का निधन हो चुका है जिनका परिवार संबल योजना की पात्रता रखता है. इस परिवार के लिए जनपद पंचायत से राशि भी स्वीकृत हो चुकी है. लेकिन शासन की लापरवाही के कारण हितग्राही के खाते में पैसे नहीं आ पाए हैं. हितग्राही का परिवार पिछले एक साल से जनपद पंचायत के चक्कर लगा रहा है.

हितग्राही संत कुमार सिंह यादव ने पंचायत सचिव पर 35 हजार रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है. हितग्राही का कहना है कि जनपद पंचायत के बाबू पैसे की मांग कर रहे हैं. पीड़ित ने बताया कि बाबू रिश्वत मांग रहे हैं तभी उनका काम होगा.

मामले में जनपद पंचायत के सीईओ ने बताया कि पहले हमें राशि मिलती थी, जो कि शासन ने बंद कर दी है. शासन की ओर से हितग्राही की राशि की डिमांड की गई है. जैसे ही राशि आती है तो वह हितग्राही के खाते में पहुंच जाएंगी.

रिश्वत के सवाल पर जनपद सीईओ ने कहा कि जो आरोप बाबू पर लग रहे हैं, वह निराधार हैं और आरोप लगाना आम बात हो गई है. जब भी शासन स्तर से पैसा आएगा वह सीधे हितग्राही के खाते में पहुंच जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.