सिवनी/ जबलपुर। सिवनी जिले के कुरई थाना अंतर्गत धोबीसर्रा गांव में बेहद दर्दनाक हादसा हो गया. गांव के अलग-अलग परिवार के कुछ बच्चे रविवार दोपहर को तालाब में नहाने के लिए गए थे. नहाने के दौरान मासूम बच्चो के साथ हादसा हो गया. तालाब में नहाने के दौरान 4 मासूम बच्चे गहराई में चले गए. तालाब में डूबने से मौत हो गई है. सभी बच्चो की उम्र महज 4 से 5 साल बताई जा रही है. देर शाम बच्चों के शव तालाब से बरामद कर लिए गए. पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है
जबलपुर में नदी में बहे दो युवक : जबलपुर में मानसूनी बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं. इसके बावजूद लोग बिल्कुल सावधानी नहीं बरत रहे हैं. ताजा मामला जबलपुर के अधारताल थाने का है. यहां ग्राम इमलिया में परियत नदी पर रेलवे का एक पुल बना है. जिसकी वजह से नदी तक पहुंचने का रास्ता पक्का है. रविवार रात दो युवक नदी में नहाने के लिए उतरे लेकिन उन्हें तेज बहाव का अंदाजा नहीं था. इसकी वजह से दोनों युवक नदी में बह गए. दूर खड़े लोगों ने इनको बहते हुए देखा था, इनको बचाने की कोशिशें शुरू हुईं. अधारताल थाने को इसकी सूचना दी गई. जब तक एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंचती एक युवक बह चुका था लेकिन दूसरे को एनडीआरएफ की टीम ने तुरंत कोशिश कर बचा लिया.
ये खबरें भी पढ़ें... |
मगरमच्छों वाली नदी परियत : परियत जबलपुर की एक बहुत छोटी नदी है. लेकिन इसमें सालभर पानी रहता है. इस नदी पर एक बांध भी है. जिससे जबलपुर को पीने का पानी भी मिलता है. इस नदी में सबसे खतरनाक बात यह है कि इसमें बड़े पैमाने पर मगरमच्छ हैं. इसलिए सामान्य तौर पर इस नदी में लोग नहाने नहीं जाते. वहीं इसका पानी जबलपुर के आसपास के किसान और डेरी उद्योग में लगे लोग करते हैं इसलिए पानी थोड़ा प्रदूषित भी है. इसी वजह से एनडीआरएफ की टीम को सर्च ऑपरेशन में समय लगा. इस साल एनडीआरएफ के पास बीते 1 महीने में यह चौथा सर्च ऑपरेशन है. सबसे पहले भेड़ाघाट में 4 मछुआरे तेज बहाव में फंस गए थे, जिन्हें पूरी रात कोशिश करने के बाद सुबह बचाया जा सका था.