सिवनी। मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में देश के पहले नेशनल हाईवे-44 पर बने साउंडप्रूफ ब्रिज पर दरार आ गई है. ये दरार बारिश की वजह से आई है. जिसके बाद फोरलेन रोड में टू लेन के 200 मीटर के हिस्से में ट्रैफिक रोका गया, इस वजह से टू लेन में जाम लगा रहा. जानकारी के लिए आपको बता दें कि महज दो साल पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इसका उद्घाटन किया था. 2 साल पहले बने इस हाइवे में दरार पड़ने से कई सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं.
पेंच टाइगर रिजर्व से गुजरता है ब्रिज: पेंच टाइगर रिजर्व के जानवरों को दुर्घटना से बचाने और पर्यावरण को बचाने की दृष्टि से देश का पहला साउंड एंड लाइट प्रूफ नेशनल हाईवे बनाया गया है, जो 29 किलोमीटर का है. 960 करोड रुपए की लागत से बने इस नेशनल हाईवे में जंगल के ऊपर फ्लाई ओवर बनाया गया है, ताकि नीचे पेंच नेशनल पार्क के जानवर आसानी से विचरण कर सके और उन्हें दुर्घटना से बचाया जा सके. इस नेशनल हाईवे में न तो जानवरों के कानों में वाहनों की आवाज जाती है और न रात के समय में उनकी आंखों में लाइट पड़ती है.
यातायात हुआ बाधित: फ्लाई ओवर के बीचो-बीच दरार आने से कुछ समय के लिए यातायात रोका गया था. नेशनल हाईवे के प्रोजेक्ट डायरेक्टर संजीव शर्मा ने बताया कि ''अधिक बारिश की वजह से पिलर नीचे धंस गए थे जिसके कारण हल्की दरार आई है. हालांकि खतरे की कोई बात नहीं है. लगातार यातायात चल रहा है. जैसे ही बारिश रुकेगी उसके बाद उसे ठीक करने का काम किया जाएगा. एक एक्सीडेंट हो गया था इसलिए कुछ देर के लिए यातायात रोका गया था.
960 करोड़ की लागत से बना: इस हाईवे से गुजरने वाले वाहनों की रोशनी व आवाज से वन्य प्राणियों को परेशानी न हो इसके लिए साउंड बैरियर और लाइट रिड्यूसर लगाकर चार मीटर ऊंची स्टील की दीवार भी बनी है. इस पर करीब 58 पुलिया हैं. 29 किमी इस लंबे प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 730 करोड़ रुपये थी लेकिन पूरा होने तक ये 960 करोड़ रुपये पहुंच गई. गौरलतब है कि पेंच अभ्यारण्य एक वन्यजीव निवास स्थान है, यह महाराष्ट्र में 741 वर्ग किलोमीटर और मध्य प्रदेश में 1,180 वर्ग किलोमीटर में फैला है.
माचागोरा बांध के सभी 8 गेट खोले गए: छिंदवाड़ा में दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते सभी नदी नाले उफान पर हैं. जिले का सबसे बड़ा माचागोरा बांध पूरी तरीके से भर गया है. सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने मचापुरा बांध के सभी 8 गेट खोल दिए गए हैं और निचले इलाकों के लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है. बता दें कि जुन्नारदेव, परासिया और तामिया में गुरुवार रात को हुई तेज बारिश से पेंच नदी उफान पर रही, जिसका सीधा असर माचागोरा बांध पर दिखाई दिया. कुल 625.75 जलस्तर क्षमता वाले बांध का लेवल शुक्रवार दोपहर तक बढ़कर 625.65 मीटर तक पहुंच गया. यानी कुल क्षमता से डैम महज 10 सेंटीमीटर भरना ही शेष रह गया था. ऐसे में माचागोरा बांध के सभी आठ गेट खोलकर पानी छोड़ना पड़ा. डैम में पानी की आवक करीब 4 हजार क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड बनी हुई है. जबकि आठ गेट को 2.65 तक खोलकर करीब साढ़े तीन हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. (All 8 gates of Machagora Dam Opened)