सिवनी। जिले के गुरु रत्नेश्वर धाम दिघोरी में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज की उपस्थिति में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन हो रहा है. ग्राम दिघोरी में शंकराचार्य स्वामी श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ की गंगा प्रवाहित करेंगे, जहां 19 साल पहले विश्व के अद्वितीय स्फटिक शिवलिंग की स्थापना की गई थी. स्थापना के समय कार्यक्रम 15 से 22 फरवरी 2002 के बीच आयोजित हुआ था, तब कार्यक्रम में चारों पीठ के शंकराचार्य और देशभर के साधु संतों का आगमन हुआ था. इसके बाद यहां शंकराचार्य महाराज ने पूरे 7 दिन व्यास पीठ पर बैठकर श्रीमद्भागवत कथा का सनातनीयों को श्रवण कराया था.
प्रशासन की है खास नजर
श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ स्थल का बीते दिन जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम ने निरीक्षण किया. इसके बाद पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था और यातायात व्यवस्था के लिए खुद पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक पहुंचे और उन्होंने पूरे क्षेत्र का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लिया.
निःशुल्क होगी बस सेवा
आयोजन स्थल में पहुंचने के लिए बस स्टैंड सिवनी में 2 निशुल्क बसें उपलब्ध थी, जो श्रद्धालुओं को वहां तक लाना और ले जाना कर रही थी. साथ ही कलेक्टर डॉ राहुल हरिदास ने नगर पालिका को धर्म स्थल पर हर संभव व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए. आयोजन समिति ने उपस्थित होने वाले आमजनों से कहा है कि वे मास्क लगाकर आएं और अपने साथ सेनिटाइजर भी रखें, ताकि स्वास्थ्य की दृष्टि से सभी सुरक्षित रह सके.
लगातार चला भंडारा
श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ स्थल पर दोनों समय श्रद्धालुओं के लिए भंडारे की व्यवस्था की गई. भंडारा प्रतिदिन सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक एवं शाम को 7 बजे से रात्रि 10:30 बजे तक चलेगा. प्रवचन का समय दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक रहेगा. शाम को प्रवचन के बाद वृंदावन से आ रही रासलीला के सदस्यों के द्वारा अपनी प्रस्तुति दी जाएगी, जो आकर्षण का केंद्र रहेगी.