सिवनी। जिले में पुलिस पर बैंक मैनेजर, ऑपरेटर और एक अन्य शख्स की बेदर्दी से पिटाई का मामला सामने आया है. गंगेरुआ सहकारी बैंक शाखा के मैनेजर भूमि प्रसाद बिसेन का कहना है कि वे बैंक बंद कर बुधवार शाम दो कर्मचारियों व ड्राइवर के साथ सिवनी लौट रहे थे. इसी दौरान अरी व काठी के बीच बरघाट एसडीएम, एसडीओपी व तहसीलदार के साथ पुलिस ने उन्हें रोक लिया. उन्होंने अधिकारियों को बताया कि वे बैंक का काम निपटाकर वापस लौट रहे हैं, फिर भी पुलिस ने बेदर्दी से पिटाई कर दी. मारपीट व अभद्र शब्दों के चलते कर्मचारियों को मानसिक व शारीरिक पीड़ा का सामना करना पड़ रहा है.
मामले को लेकर घंसौर एसडीओपी भगतसिंह धुर्वे व तहसीलदार पीयूष दुबे ने कहा कि कार में एक महिला समेत पांच लोग सवार थे. पेट्रोलिंग के दौरान जब इन्हें अरी व काठी के बीच रोककर पूछताछ की गई तो उन्होंने स्वयं को बैंक का कर्मचारी बताते हुए सिवनी जाने की जानकारी दी. लॉकडाउन के दौरान किसी भी अधिकारी, कर्मचारी का अपडाउन प्रतिबंधित कर दिया गया है. सभी को वापस गंगेरुआ लौटने की समझाइश दी गई. इस बीच कार के ड्राइवर शरद बरकड़े ने कार को वापस न ले जाते हुए अभद्रता करनी शुरू कर दी. इसी के चलते पुलिस ने इन पर हल्का बल प्रयोग किया. बीच बचाव में ब्रांच मैनेजर की दो अंगुलियों में चोटें आई हैं.
ब्रांच मैनेजर बिसेन ने कहा कि लॉकडाउन लगने के बाद गंगेरुआ में कोई कमरा नहीं मिल रहा था. इसीलिए उन्हें हर दिन सिवनी की मुख्य शाखा से कैश लेकर जाना पड़ता है. सहकारिता बैंक के कर्मचारियों के साथ हुई मारपीट का विरोध करते हुए आज जिले की सभी सहकारिता बैंकों के अधिकारी और कर्मचारियों ने काम नहीं किया. मारपीट करने वालों के पर कार्रवाई करने के लिए कलेक्टर और एसपी से शिकायत की है. वहीं देर शाम तक बैंक नहीं खुलने के बीच प्रशासनिक अमला और सहकारिता महाप्रबंधक के बीच लगातार बातचीतों का दौर जारी है.