सीहोर। जिले के अमलाहा गांव से छुआछूत का मामला सामने आया है. यहां मंगलवार को एक भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें सवर्ण और दलित समाज के लिए अलग-अलग टेंट लगाए गए. इस दौरान दलित समाज के लोग अलग टेंट में भोजन प्रसादी ग्रहण कर रहे थे और सवर्ण समाज के लोगों ने अलग खाना खाया. भेदभाव के इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने आपत्ति जताई है. ग्रामीणों का कहना है कि ये सरासर गलत है.
छुआछूत से नाराज दलित समाज: जानकारी के अनुसार आजादी के कई दशक बाद भी छुआछूत का दंश लोगों को झेलना पड़ रहा है. ताजा मामला अमलाहा गांव से सामने आ रहा है, जहां भंडारे के दौरान दलित और सवर्ण को अलग-अलग टेंट में बैठाकर भोजन कराया जा रहा है. इस मामले को देख गांव के दलित समुदाय के लोगों ने आरोप लगाया है. दलित समाज के लोगों का कहना है कि "उनको अलग टेंट में बैठाकर भोजन कराया जा रहा है, जबकि सवर्ण समाज के लोगों को अलग टेंट में भोजन दिया जा रहा है. दलित समुदाय के लोगों के साथ हो रहे भेदभाव को लेकर उनमें काफी आक्रोश व्याप्त है. अनेक लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को भी दी है. बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची है.
पढ़ें ये खबरें... |
पुलिस का क्या है कहना: वहीं इस संबंध में अमलाहा चौकी प्रभारी अविनाश भोपले का कहना है कि "वहां टेंट तो अनेक लगे हैं, लेकिन छुआछूत जैसी कोई बात सामने नहीं आ रही है. कुछ लोगों ने नशा किया हुआ है जो ऐसी बातें फैला रहे हैं."