सीहोर। जिले में रेत का कारोबार अब सबसे बड़ा कारोबार बन गया है. शायद इसी वजह से अवैध रेत खनन और परिवहन करने वाले धीरे- धीरे रेत माफिया बनकर उभर रहे हैं. नसरुलागंज में प्रशासनिक अधिकारी रेत से भरी एक ट्रैक्टर ट्रॉली को पकड़ने की कोशिश कर रहे थे. ट्रैक्टर चालक प्रशासनिक अधिकारियों के वाहन को आगे न निकलने देते हुए टक्कर मारने की कोशिश की. लगभग एक से डेढ़ किलोमीटर दूर तक कड़ी मशक्कत करने के बाद पुलिस ने अपने वाहन को आगे कर ट्रैक्टर चालक को रोका और उसे गिरफ्तार किया.
नर्मदा किनारे नसरुल्लागंज में रेत माफियाओं की मनमर्जी जोरों से चल रही है. वासुदेव इटावा सड़क मार्ग से नायब तहसीलदार एसआर देशमुख, गोपालपुर थाना प्रभारी उषा मरावी, उप निरीक्षक श्याम सूर्यवंशी समेत पटवारी और कई अन्य प्रशासनिक अधिकारी अयोध्या मामले में आए फैसले के बाद ग्रामीण अंचलों का भ्रमण कर लौट रहे थे. इसी दौरान वासुदेव से इटावा की ओर तरफ रेत से भरा हुआ एक ट्रैक्टर ट्रॉली जा रहा था. जिसे रोकने की काफी कोशिश की गई.
ट्रैक्टर चालक ने अधिकारियों के वाहन को न तो आगे आने दिया और साथ ही टक्कर मारने की कोशिश की. वहीं लगभग एक से डेढ़ किलोमीटर दूर तक कड़ी मशक्कत करने के बाद पुलिस ने अपने वाहन को आगे कर ट्रैक्टर चालक को रोका और उसे गिरफ्तार किया. साथ ही पुलिस ने जब चालक की तलाशी ली तो उसके पास से वाहन चलाने का लाइसेंस भी नहीं मिला. इस मामले में प्रशासन ने ट्रैक्टर को अपनी गिरफ्त में लेकर खनिज अधिनियम के तहत कार्रवाई की है.