सीहोर। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधनी के शाहगंज पहुंचे. जहा भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. लेकिन कभी अपने आप को 'टाइगर अभी जिंदा है' कहने वाले शिवराज सिंह चौहान आज कुछ निराश नजर आए. शिवराज ने निराश मन से कहा कि ''मुख्यमंत्री के पद तो आ जा सकते हैं, लेकिन मामा और भाई का पद कभी कोई नहीं छीन सकता.'' उन्होंने कहा कि ''राजतिलक होते-होते वनवास हो जाने के पीछे भी कोई बड़ा उद्देश्य होगा.'' ये कहकर शिवराज ने अपने अंतर्मन की पीड़ा को भी उजागर किया.
मैं आपको छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगा: CM पद जाने के बाद भी शिवराज सिंह चौहान बहुत एक्टिव हैं, वे लगातार दौरे कर रहे हैं. इसी सिलसिले में वह अपनी बुधनी की जनता के बीच पहुंचे और कहा कि ''मेरी बहनों तुम्हें छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगा. ये सुनकर लाड़ली बहनें रो पड़ीं.'' दरअसल, विधानसभा चुनाव के बाद ये अटकलें जोरों पर है कि शिवराज सिंह को दिल्ली भेजा जा सकता है. लेकिन शिवराज ने ये कहकर केंद्र को एक बार फिर संदेश दिया है कि वे एमपी में रहकर ही प्रदेश के लोगों की सेवा करना चाहते हैं.
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लगातार प्रदेश की सेवा करता रहूंगा: शिवराज अपने भाषणों में कहते हुए दिखाई देते हैं कि "राष्ट्रीय पुनर्निर्माण का मिशन है, और मैं उस मिशन का कार्यकर्ता हूं, इसलिए उस मिशन को पूरा करने में जहां जितनी उपयोगिता होगी गिलहरी की तरह अपना मैं योगदान देता रहूंगा. लेकिन इसके साथ-साथ सामाजिक सरोकार भी मेरा मिशन है. डॉ. मोहन यादव और उनकी पूरी टीम को एक कार्यकर्ता और नागरिक के नाते मैं सदैव सकारात्मक सहयोग करता रहूंगा. पार्टी के कार्यकर्ता के नाते मेरा तो यह लक्ष्य रहेगा कि पार्टी के साथ मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीट भारतीय जनता पार्टी जीते. इस लक्ष्य को प्राप्त करने में हम दिन-रात अपने आप को झोंक कर काम करेंगे."
मिशन 29 में जुटे शिवराज सिंह: शिवराज सिंह चौहान मिशन 29 पर जुट गए हैं. उन्होंने दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात के बाद यह कहा था कि मुझे जो जिम्मेदारी मिलेगी मैं उसे निभाऊंगा, वे कह चुके हैं कि उन्हें दक्षिण के राज्यों में पार्टी के प्रचार के लिए भेजा जाएगा और जल्द ही वे साउथ के दौरे पर जाएंगे.