भोपाल। सीहोर में प्रसिद्ध कथा वाचक प्रदीप मिश्रा के श्री शिव महापुराण कार्यक्रम को प्रशासन द्वारा रुकवाने के बाद से राजनीति जारी है. भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बाद अब एक और विधायक ने भी इसका विरोध किया है. सीएम को पत्र लिख कर भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया है. दूसरी तरफ पूर्व मंत्री पीसी शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस ने एक दल का गठन किया है, जो सीहोर पहुंच कर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा से मुलाकात करेगा. उधर नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि वह सिर्फ ट्वीट कर अफवाहें फैला रहे हैं.
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निसंदेह ये चकित करने वाली ही बात है कि @Meta ने भगवान शिव को समर्पित शिव तांडव स्त्रोत के हिंदी रूपांतरण को @ranaashutosh10 जी की @facebookapp वॉल से हटा दिया जिसे उन्होंने कल पोस्ट किया था।
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) March 2, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
क्या इसे फेसबुक द्वारा सनातनी धार्मिक भावनाओं का अपमान माना जाना चाहिए?@metaindia https://t.co/OrlAfZabEr
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— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) March 2, 2022
क्या इसे फेसबुक द्वारा सनातनी धार्मिक भावनाओं का अपमान माना जाना चाहिए?@metaindia https://t.co/OrlAfZabErनिसंदेह ये चकित करने वाली ही बात है कि @Meta ने भगवान शिव को समर्पित शिव तांडव स्त्रोत के हिंदी रूपांतरण को @ranaashutosh10 जी की @facebookapp वॉल से हटा दिया जिसे उन्होंने कल पोस्ट किया था।
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) March 2, 2022
क्या इसे फेसबुक द्वारा सनातनी धार्मिक भावनाओं का अपमान माना जाना चाहिए?@metaindia https://t.co/OrlAfZabEr
विजयवर्गीय के बाद बीजेपी विधायक ने लिखा पत्र
सीहोर के प्रसिद्ध कथा वाचक पं. प्रदीप मिक्षा द्वारा रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम (sehore shiv mahapuran katha controversy) पर प्रशासन ने रोक लगा दी थी. जिसके कारण भाजपा के विधायक नारायण त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पत्र लिख कर सीहोर जिला प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्यवाई करने की मांग की है. इससे पहले बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी सीएम को पत्र लिख कर प्रशासन द्वारा धार्मिक आयोजन पर रोक लगाए जाने को लेकर कड़ी आपत्ति जताई थी. उन्होंने लिखा था कि, सीहोर का प्रशासन इस तरह से निकृष्ट साबित होगा यह कल्पना से परे है. इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन द्वारा पंडित प्रदीप मिश्रा से माफी मांगने और कथा फिर से शुरु कराने की मांग की थी.
कांग्रेस ने गठित किया प्रतिनिधिमंडल
पूर्व मुख्यमंत्री और PCC अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देश पर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल का गठन किया गया, जिसमें सीहोर जिला अध्यक्ष बलवीर सिंह तोमर, पूर्व विधायक रमेश सक्सेना, पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल और कांग्रेस नेता अवनीश भार्गव को शामिल किया गया है. कांग्रेस के 5 नेताओं का यह प्रतिनिधिमंडल सीहोर में प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा से मुलाकात करेगा. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए सरकार पर कई आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि जिस प्रकार से प्रशासन ने दबाव डालकर सीहोर में रुद्राक्ष महोत्सव के आयोजन पर रोक लगाई गई है, उससे श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हुई हैं. कथावाचक ने आंखों में आंसू लिए व्यासपीठ के दबाव के कारण कथा निरस्त करने की बात कही थी, जिसके कारण भक्तों में भारी आक्रोश है.
गृह मंत्री ने कमलनाथ पर साधा निशाना
इस मुद्दे को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सफाई देते हुए कहा है कि कथा वहां चल रही है, कथा को बंद नहीं किया गया है. व्यवस्थाएं ठीक हैं, जो आवश्यक व्यवस्था होगी वह भी की जाएगी. गृहमंत्री ने कहा कि महाराज से मेरी बात हुई है और उन्होंने कहा है कि सभी व्यवस्थाएं ठीक हो गई है. सिर्फ रुद्राक्ष वितरण में परिवर्तन किया जा रहा है. कमलनाथ के आरोपों का जबाव देते हुए गृह मंत्री ने कहा कि, उन्होंने ना महाराज से, ना ही प्रशासन से बात की है बस ट्वीट कर कथा में विघ्न डाल रहे हैं. वह सिर्फ अफवाहें फैला रहे हैं.