सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि उनकी सरकार और उनका एक ही मकसद है कि बेटियों और बहनों की जिंदगी जाति, समाज और धर्म के भेदभाव के बिना खुशगवार बन जाए. मुख्यमंत्री शुक्रवार को सीहोर जिले के भेरूंदा जनपद के ग्राम गिल्लौर में 466 वर-वधु को आशीर्वाद देते हुए और उनके सुखद दांपत्य जीवन की कामना करते हुए संबोधित कर रहे थे. इस अवसर पर सीएम की पत्नी साधना सिंह भी उनके साथ में थीं. मुख्यमंत्री के समक्ष ही यहां 423 कन्याओं का विवाह और 43 निकाह संपन्न हुए.
वधुओं को चैक सौंपे : सीएम ने प्रतीकात्मक रूप से 5 वधुओं को 49-49 हजार रुपए की राशि के चैक भी प्रदान किए और अपने मनपसंद की गृहस्थी का सामान खरीदने की अपील की. उन्होंने कलेक्टर प्रवीण सिंह को निर्देश दिए कि शेष वर-वधु को भी आज ही यह राशि दी जाए. मुख्यमंत्री सभी वर-वधु तक पहुंचते हुए उन पर पुष्पवर्षा भी की. मुख्यमंत्री ने कहा कि लाडली बहना योजना महिला सशक्तिकरण की दुनिया की अद्भुत और सबसे बड़ी योजना है, जो बहनों की जिंदगी को बदलने में कारगर साबित होगी. मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि उन्होंने छोटी-छोटी जरूरतों के लिए बहनों को मजबूर देखा है लेकिन अब बहनें मजबूत होंगी.
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अपनी घोषणाएं दोहराईं : मुख्यमंत्री चौहान ने फिर दोहराया कि अब 21 वर्ष की लाडली बहनों को भी 1000 रुपए प्रति माह की राशि दी जाएगी. उन्होंने कहा कि वे 250 रुपए के मान से धीरे-धीरे राशि बढ़ाते हुए लाडली बहनों को 3000 रुपए तक की राशि प्रदान करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब परिवार बेटियों को बोझ न मानें और इसी सोच का नतीजा था कि लाडली लक्ष्मी, कन्या विवाह, प्रतिभा किरण, लाडली बहना जैसी अनेक क्रांतिकारी योजनाएं बनाकर उन्हें जमीन पर उतारा गया है. उन्होंने कहा कि अब 12वीं में प्रवीण्य सूची में आने वाले बेटे और बेटियों को स्कूटी भी दी जाएगी.