सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा तोहफा दिया है. इससे लोगों में खुशी की लहर है. विधानसभा सत्र में सीएम ने 31 अगस्त 2020 तक के बिजली बिल माफ करने की घोषणा की थी. सरकार के इस निर्णय से आर्थिक संकट से जूझ रहे आमजनों को राहत मिलेगी. वहीं दूसरी ओर, जिन उपभोक्ताओं ने बिल जमा कर दिए हैं, आगामी बिलों में ये राशि समायोजित की जाएगी. एक किलो वाट के बिजली उपभोक्ताओं को समाधान योजना का लाभ मिलेगा. योजना के तहत सीहोर और आष्टा सर्किल के करीब 82 हजार 211 बिजली उपभोक्ताओं को योजना का लाभ मिलेगा. समाधान योजना में करीब 1 करोड 46 लाख रुपए की राशि माफ की जाएगी.
उपभोक्ता वर्तमान बिल भी माफ कराना चाहते हैं : कोरोना काल में आर्थिक तंगी से जूझ रहे बिजली उपभोक्ताओं के लिए बहुत राहत देने वाला कदम है. अभी बिजली कर्मचारियों को बकाया राशि वसूल करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी सीहोर टाउन के जेई धनराज सूर्यवंशी ने बताया कि समाधान योजना के कारण नियमित बिजली उपभोक्ताओं की मानसिकता बदल रही है. कई लोग बकाया बिजली बिल और पंप कनेक्शन के बिल जमा करने में आनाकानी करने लगे हैं. थूना, इछावर और मोगराराम में कर्मचारियों को उपभोक्ताओं के बीच विवाद की स्थिति बन रही है. 31 अगस्त 2020 तक की स्थिति में बिल माफ हैं, लेकिन उपभोक्ता वर्तमान बिल भी माफ कराना चाहते है. ऐसे में विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है.
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सीएम शिवराज ने विधानसभा में की है घोषणा : विपक्षी राजनीतिक दलों द्वारा लगातार कोरोना काल के बिजली के बिल माफ किए जाने की मांग उठाई जाने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी घोषणा की. उन्होंने अप्रैल 2020 से अगस्त 2020 के बीच के कोरोना काल के 88 लाख उपभोक्ताओं के बिल माफ करने का ऐलान किया है. उल्लेखनीय है कि साल 2023 में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होना है. विधानसभा में विपक्षी दल लगातार कोरोना काल के बिजली की बिल की वसूली को लेकर आवाज उठा रहे थे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने भाषण के दौरान मध्य प्रदेश के 8800000 उपभोक्ताओं के लगभग 6400 करोड़ रुपए की बिजली के बिल की राशि को माफ करने की घोषणा की है.