सीहोर/मंदसौर। कुबरेश्वरधाम के पंडित प्रदीप मिश्रा अपने भक्तों को रुद्राक्ष बांटते हैं. रुद्राक्ष को लेकर भक्तों में गजब का उत्साह दिखता है. यही देखकर राजस्थान के ठगों ने पंडित प्रदीप मिश्रा के रुद्राक्ष दिलाने के नाम लाखों रुपये की ठगी की वारदात को अंजाम दिया. भक्तों की शिकायत पर कुबरेश्वरधाम प्रबंधन ने इस मामले की शिकायत मंडी थाने में की तो सीहोर पुलिस ने राजस्थान के जालौर जिले के रहने वाले दो ठगों को गिरफ्तार कर लिया. कुबरेश्वरधाम के संत पंडित प्रदीप मिश्रा के फॉलोअर इस समय पूरे देश मे और विदेश में हैं. उनकी एक एक कथा में हजारों भक्त सम्मिलित होते हैं. इसी का फायदा ठगों ने उठाया.
वेबसाइट बनाकर की ठगी : ठगों ने भक्तों की आस्था को देखते हुए कई लोगों को चूना लगाया. कुछ भक्तों ने जब पंडित जी से कहा कि उन्होंने रुद्राक्ष वेबसाइट पर बुक किया मगर अब तक आया नहीं. यह सुनकर पंडित प्रदीप मिश्रा के कान खड़े हुए. इसके बाद सारा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ. आश्रम के भक्तों ने थोड़ी पड़ताल की तो कुछ सुराग मिले. इसके बाद कुबरेश्वर धाम प्रबंधकों ने इस मामले की शिकायत मंडी थाने में की. सीहोर पुलिस ने तत्काल एक्टिव होकर इन ठगों को सायबर सेल के माध्यम से भक्त बनकर उन्हें अपने जाल में फंसाया और फिर राजस्थान जालोर जिले के रहने वाले दो ठगों को गिरफ्तार कर सीहोर लेकर आए. दोनों ठगों से पुलिस पूछताछ कर रही है. सीएसपी सीहोर निरंजन राजपूत का कहना है कि आरोपियों से पड़ताल की जा रही है.
मंदसौर : लॉ कॉलेज के गेट पर नारेबाजी : बार काउंसिल इंडिया द्वारा ग्रेजुएट छात्रों को लाइसेंस जारी न करने को लेकर मंदसौर के लॉ कॉलेज में पढे़ छात्रों ने कॉलेज के गेट पर नारेबाजी की. छात्रों का आरोप है कि कॉलेज की मान्यता खत्म हो गई है और प्रशासन ने यह बात छुपाकर उनके साथ धोखाधड़ी की है. लिहाजा बीसीआई अब उनकी डिग्रियों को ही फर्जी मान रहा है. इन हालातों में वे प्रैक्टिस करने से वंचित हो रहे हैं. मंदसौर के जवाहरलाल नेहरू विधि महाविद्यालय में पिछले 2 सालों के दौरान पढ़कर निकले छात्रों को अब बार काउंसिल ऑफ इंडिया वकालात करने का लाइसेंस नहीं जारी कर रहा है. बताया जा रहा है कि इस कॉलेज की मान्यता डेढ़ साल पहले ही समाप्त हो गई है.
भविष्य अंधकार में : कॉलेज प्रशासन ने छात्रों से यह बात छुपाकर रखी थी. जब छात्र बार काउंसिल ऑफ इंडिया की एग्जाम देने के लिए वहां पहुंचे तो बीसीआई ने इस कॉलेज की डिग्रियों को ही फर्जी मान लिया. ऐसे हालात में तमाम छात्रों के होश उड़ गए और उन्होंने वापस कॉलेज प्रशासन से मान्यता जारी और डिग्रियों को वैध करवाने की बात कही. इन हालातों में इस कॉलेज से पढ़कर निकलने वाले तमाम छात्रों का भविष्य अब अंधेरे में पड़ गया है. प्रभावित छात्रों ने कई बार प्रशासन और बार काउंसिल ऑफ इंडिया के सामने अपने लाइसेंस जारी होने की गुहार लगाने के बाद भी कोई सुनवाई न होने पर सड़को पर उतर आए. वहीं, कॉलेज के प्रिंसिपल विशाल जैन ने बताया कि इस संबंध में वह दिल्ली जाकर तमाम कार्रवाई पूरी करके आए हैं. लेकिन कागजी कार्रवाई और जांच के कारण मान्यता मिलने में थोड़ी देर हो रही है.