शाजापुर। जिले के शुजालपुर में मौसम की मार और पीला मोजेक से खराब हुई सोयाबीन फसल को लेकर किसान चिंतित हैं. क्षेत्र से किसानों की मांग उठ रही है कि प्रभावित हुई फसलों का सर्वे कर बीमा तथा मुआवजे की कार्रवाई की जाए. मौसम की मार से खराब हुई फसलों की निरीक्षण के लिए स्कूल शिक्षा एवं सामान्य प्रशासन मंत्री इंदर सिंह परमार ने एक दर्जन से अधिक गांवों का दौरा किया. इस दौरान मंत्री परमार कई खेतों में पहुंचे और सोयाबीन फसल को बारीकी से परखा.
मंत्री परमार ने अख्त्यारपुर, टपका, नरोला, उगली, बंजारी, गुंजारी, कमालपुर, टिटवास, मंडावर, रायपुर आदि गांवों का दौरा किया. इस दौरान एसडीएम शुजालपुर प्रकाश कस्बे, तहसीलदार रमेशचन्द्र सिसोदिया, कृषि विभाग के अधिकारी मौजूद रहे. लगभग 5 घंटे तक चले इस भ्रमण के दौरान सैकड़ों किसानों ने सोयाबीन के पौधे दिखाते हुए अपनी मेहनत पर पानी फिरने की बात कही.
मंत्री परमार ने कहा कि सोयाबीन फसल की हालत खराब है और इल्लियों का प्रकोप इस कदर है कि पौधों के तनों को नष्ट कर दिया, आगे सोयाबीन में जो फली दिख रही है, वो भी सूख जाएगी. किसानों को जो नुकसान हुआ है, उसको लेकर मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा. कुछ बैंकों द्वारा फसल बीमा नहीं किए जाने के सवाल पर मंत्री परमार ने कहा कि इस संबंध में कलेक्टर को जानकारी दी जाएगी और किसानों की फसल का बीमा कराया जाएगा.
साथ ही कहा कि लगभग 80 प्रतिशत फसल को नुकसान हुआ है. कोरोना काल के कारण मध्यप्रदेश सरकार को 27 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है. लेकिन फिर भी किसानों की हर संभव मदद की जाएगी. इस दौरान डॉ. विजय सिंह खींची, विजय बैस, नरेन्द्र यादव, लोकेन्द्र परमार, सतीष गोयल, प्रकाश मेवाड़ा सहित अन्य मौजूद थे.