सीहोर। नसरुल्लागंज तहसील में कई गांव के किसानों की सोयाबीन की फसल पीले मोजक के कारण सूख रही है, जिसको लेकर आज कांग्रेस कमेटी नसरुल्लागंज के कार्यकर्ता किसानों के समर्थन में हाथों में सोयाबीन की फसल लेकर नारे लगाते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे, जहां पर उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को ज्ञापन देते हुए, कहा कि जल्द से जल्द तहसील में खराब हुई फसलों का सर्वे कराया जाए और किसानों को मुआवजा व बीमा दिलाया जाए.
नसरुल्लागंज क्षेत्र में कई ग्रामों में 60 से 70% तक सोयाबीन की फसल खराब हो चुकी है और किसान परेशान हैं, इसको लेकर अगर सरकार ने कोई बड़े कदम नहीं उठाया तो कांग्रेस पार्टी उग्र आंदोलन करेगी.
वहीं ब्लॉक अध्यक्ष सुरेश सैठी ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 'मुख्यमंत्री का विधानसभा क्षेत्र होने के बाद भी यहां पर किसान परेशान हैं, पिछले बार की बीमा राशि भी किसानों को नहीं मिली मुख्यमंत्री के विधानसभा में ही किसानों को बीमा से वंचित रहना पड़ा, प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के मुद्दों को लेकर तहसील का घेराव किया था. आज वही किसान फिर परेशान हैं तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके बीजेपी नेता आज चुप क्यों बैठे हैं'
'जिस तरह पूरे नसरुल्लागंज तहसील में सोयाबीन की फसल बर्बाद हो चुकी है और बीजेपी नेता अपने घर में बैठे हैं. इन्होंने किसानों के लिए कोई आवाज नहीं उठाई, ना ही किसी प्रकार का सर्वे कराया गया, हमने एसडीएम के माध्यम से प्रदेश सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द खराब फसल का सर्वे कराया जाए और किसानों को मुआवजा व बीमा दिया जाए.'