सीहोर। कृषि उपज मंडी सीहोर हम्माल संघ के अध्यक्ष पप्पू यादव ने केंद्र और राज्य सरकार के समक्ष हम्माल और तुलावटियों के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग रखी है.
यादव ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा लाये गए कृषि अध्यादेश के कारण मंडियों में व्यापारी संगठन और कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है. मंडी बन्द होने के कारण आज हजारों हम्माल और तुलावटी प्रभावित हुए हैं. कोरोना के कारण लगाए गए लॉक डाउन में लंबे समय तक मंडी में काम नही चला जिसने हम्माल और तुलावटी को आर्थिक रूप से बर्बाद कर दिया, अब फिर से मंडी में अनिश्चित कालीन हड़ताल है ऐसे में मजदूर वर्ग काफी परेशान है.
आज हालात इतने खराब है कि हम्मालों को खाने की परेशानी आ रही है. यादव ने सरकार के समक्ष मांग की है कि बुरी तरह आर्थिक संकट से जूझ रहे मंडी में कार्यरत मजदूरों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए, जिससे वह अपना जीवन निर्वहन कर सके. उन्होंने कहा कि लॉक डाउन में सरकार ने आर्थिक पैकेज लाकर बड़े उद्योगपतियो की मदद की लेकिन गरीब मजदूर को कुछ नही मिला. उन्होंने बताया कि सोयाबीन का सीजन है और हम्माल खाली बेठे है उनका काफी नुकसान हो रहा है. उन्हें जीवन यापन में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. कई हम्माल कर्ज लेकर परिवार चला रहे हैं.
यादव ने कहा कि कृषि बिल लाकर सरकार निजीकरण को बढ़ावा देना चाहती है. बड़ी कंपनियां किसानों से सीधे उपज खरीद लेंगी तो फिर मंडी बन्द हो ही जाएगी, ऐसे में हम्माल और तुलावटी बेरोजगार होंगे. सरकार को इन गरीब तबके के बारे में सोचना चाहिए.
सीहोर: अनिश्चित कालीन हड़ताल से प्रभावित मंडी हम्मालों की सरकार से आर्थिक सहायता की मांग - Sehore Hammal Association News
कृषि उपज मंडी सीहोर हम्माल संघ के अध्यक्ष पप्पू यादव ने केंद्र और राज्य सरकार के समक्ष हम्माल और तुलावटियों के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है.
सीहोर। कृषि उपज मंडी सीहोर हम्माल संघ के अध्यक्ष पप्पू यादव ने केंद्र और राज्य सरकार के समक्ष हम्माल और तुलावटियों के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग रखी है.
यादव ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा लाये गए कृषि अध्यादेश के कारण मंडियों में व्यापारी संगठन और कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है. मंडी बन्द होने के कारण आज हजारों हम्माल और तुलावटी प्रभावित हुए हैं. कोरोना के कारण लगाए गए लॉक डाउन में लंबे समय तक मंडी में काम नही चला जिसने हम्माल और तुलावटी को आर्थिक रूप से बर्बाद कर दिया, अब फिर से मंडी में अनिश्चित कालीन हड़ताल है ऐसे में मजदूर वर्ग काफी परेशान है.
आज हालात इतने खराब है कि हम्मालों को खाने की परेशानी आ रही है. यादव ने सरकार के समक्ष मांग की है कि बुरी तरह आर्थिक संकट से जूझ रहे मंडी में कार्यरत मजदूरों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए, जिससे वह अपना जीवन निर्वहन कर सके. उन्होंने कहा कि लॉक डाउन में सरकार ने आर्थिक पैकेज लाकर बड़े उद्योगपतियो की मदद की लेकिन गरीब मजदूर को कुछ नही मिला. उन्होंने बताया कि सोयाबीन का सीजन है और हम्माल खाली बेठे है उनका काफी नुकसान हो रहा है. उन्हें जीवन यापन में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. कई हम्माल कर्ज लेकर परिवार चला रहे हैं.
यादव ने कहा कि कृषि बिल लाकर सरकार निजीकरण को बढ़ावा देना चाहती है. बड़ी कंपनियां किसानों से सीधे उपज खरीद लेंगी तो फिर मंडी बन्द हो ही जाएगी, ऐसे में हम्माल और तुलावटी बेरोजगार होंगे. सरकार को इन गरीब तबके के बारे में सोचना चाहिए.