सीहोर। शुक्रवार को आदिवासी अंचल के आमलापानी गांव सहित आसपास के कई गांंवों में एक चिटफंड कंपनी ने आदिवासियों को उनका पैसा दोगुना करने का लालच देकर करोड़ों की धोखाधड़ी की. मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है. जबकि एक आरोपी की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है.
इससे पहले 20 जून को पुलिस ने इस मामले के एक और आरोपी करण सिंह को गिरफ्तार कर किया था. वहीं चिटफंड कंपनी सांई प्रसाद के मालिक की गिरफ्तारी के लिये गोपालपुर पुलिस की टीम मुंबई रवाना हो चुकी है. मामला मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के गृह क्षेत्र में करोंडो रूपये की धोखाधडी का होने के चलते पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी बुधनी विधानसभा क्षेत्र के एक दिवसीय दौरे के दौरान आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग उठाई थी और मुख्यमंत्री को एक पत्र भी लिखा था.
मामला नसरूल्लागंज क्षेत्र के आदिवासी गांवों का है, जहां एक चिटफंड कंपनी के एजेंटों द्वारा आदिवासी ग्रामीणों को पैसा दोगुना करने का लालच देकर करोड़ों रुपए की ठगी की थी, जिसको लेकर दिनांक 27 जनवरी को आमलापानी के रहने वाले फरियादी दयाराम बारेला ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. फरियादी की शिकायत पर गोपालपुर थाना पुलिस मामला दर्ज कर द बैनिंग ऑफ अनरेगुलेटेड डिपाजिट स्कीम आर्डिनेंस 2019 कायम कर विवेचना मे लिया गया था.
मामला दर्ज होने के बाद से ही तीनों आरोपी फरार चल रहे थे, जिनकी तलाश गोपालपुर पुलिस द्वारा लगातार की जा रही थी. वही एसडीओपी प्रकाश मिश्रा के मार्गदर्शन में निरीक्षक थाना प्रभारी उषा मरावी के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपियों की तलाश की जा रही थी. गठित टीम द्वारा आरोपियों की तलाश हेतु मुखबिर तैनात किए गए थे, इसी क्रम में मुखबिर की सूचना पर दो आरोपी अमरसिंह मीणा जिसकी उम्र 46 साल है और 27 साल के धर्मेन्द्र खाती को गिरफ्तार कर लिया गया है. वही बताया जा रहा है कि पुलिस कप्तान शशींद्र सिंह चौहान ने गोपालपुर पुलिस को पुरूषकृत करने की धोषणा की है.