सीहोर। मंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत मनखेड़ा गांव में पुलिस ने गुमशुदगी के एक 10 साल पुराने केस को सुलझाया है. जो हैरान करने वाला है. पिता ने 10 साल पहले अपनी नाबालिग बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जबकि वो खुद उसे कब्रिस्तान में दफना चुका था. पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया है. कब्रिस्तान में खुदाई कराई गई. जहां से नाबालिग की लाश के अवशेष मिले. जिन्हें जांच के लिए भोपाल भेजा गया है.
2011 में दर्ज हुआ था मामला
ये मामला 2011 का है. पुलिस तभी से इस केस पर काम कर रही थी. लेकिन हाल ही में सीएम शिवराज सिंह चौहान की सख्त हिदायत के बाद पुलिस गुम हुई बच्चियों की तलाश में जुटी हुई है. लापता हुए बच्चों को तलाश कर उन्हें महफूज उनके घर भेजा जा रहा है. इसी मुहिम के तहत पुलिस ने दस साल पहले आए मामले का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने बच्ची के पिता से कुछ सवाल किए तो उसने मामला दबाने की बात की. इस पर पुलिस को शक हुआ. फिर सख्ती से पूछताछ की गई. तो पूरी सच्चाई सामने आ गई.
पिता ने बताई सच्चाई
पिता ने बताया कि उसकी बेटी ने जहर खाकर आत्महत्या की थी. मौत हो जाने पर उसे मुड़ला खुर्द के कब्रिस्तान में दफना दिया था. इस स्थान पर खुदाई हुई तो शव के अवशेष मिले. पुलिस ने पिता समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है.
हर एंगल पर पुलिस की नजर
पुलिस ने लड़की के पिता इकराम, भाई इकरार और गांव के ही दो दूसरे व्यक्तियों (शमीम और इस्माइल) को गिरफ्तार किया है. जिनसे सख्ती से पूछताछ की जा रही है. मंडी थाना टीआई ने बताया कि इन तीनों ने ही नाबालिग लड़की को दफन किया था.यह मामला ऑनर किलिंग से जुड़ा भी हो सकता है. इसलिए पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है.