सीहोर। मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र नसरुल्लागंज में इन दिनों किसान बहुत संकट के दौर से गुजर रहे हैं. लेकिन फिर भी बीजेपी सरकार के मंत्री और मुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वापस से मुख्यमंत्री बनने के बाद अभी तक विधानसभा का दौरा नहीं किया है. वहीं किसान आज खुद को बेसहारा, लाचार और बेबस समझ रहे हैं.
वहीं नसरुल्लागंज क्षेत्र के किसानों की सोयाबीन की फसल खराब हो गई है जिसे लेकर किसान लगातार सरकार से गुहार लगा रहे हैं. इसके बाद भी अभी तक सरकार की ओर से कोई बयान जारी नहीं किया गया है, जिसके चलते आज इटावा, इटारसी, बगवाड़ा व गिलहरी सहित आधा दर्जन से अधिक गांव के किसानों ने नसरुल्लागंज तहसील कार्यालय पहुंचकर, अनुविभागीय अधिकारी दिनेश तोमर को अपनी खराब हुई फसलों का सर्वे कराने के लिए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है.
ज्ञापन के माध्यम से किसानों ने बताया है कि पीली मोचक बीमारी से सोयाबीन की फसल खराब हो गई है, जिसके बाद किसानों ने मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई है और जल्द से जल्द सर्वे कराकर किसानों को राहत देने की मांग की है.
बता दें इससे पहले कांग्रेस ने भी ज्ञापन दिया था, जबकि किसानों की KYC के साथ ही बैंकों में बीमा कट जाता है पर बीमा की उचित मुआवजा राशि कभी नहीं मिलती है. और ना ही किसानों को यह पता होता है कि उनकी फसल का बीमा किस कंपनी का है.