सीहोर। कलेक्ट्रेट पहुंचकर छह गांव के सैकड़ों आक्रोशित किसानों ने सोमवार को अपर कलेक्टर गुंचा सनोबर को कलेक्टर के नाम शिकायती पत्र दिया है. आपको बता दें कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने कर्ज माफ किया लेकिन दुपाडिय़ा सेवा सहकारी समिति ने किसानों को कर्ज माफी का पूरा लाभ नहीं दिया. शाखा से जुड़े ग्राम दुपाड़िया चाचाखेड़ी, चुपाड़िया, छापरी, मालीखेड़ी, केयूखेड़ी के सैकड़ों किसानों के खातों में आधी अधूरी राशि का भुगतान किया गया है. प्रबंधक और कर्मचारियों के कारनामें का पता किसानों को कर्ज माफी राशि वितरण सूची के सामने आने के बाद लगा.
किसानों ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कर्ज माफ किया था, जिसकी राशि सेवा सहकारी समिति दुपाड़िया में पहुंची, लेकिन खातेदार बकायादार किसानों को काफी कम राशि दी गई. दुपाड़िया शाख जिला सहकारी केंद्रीय बैंक हकिमाबाद आष्टा के तहत आती है. सेवा सहकारी समिति प्रबंधन ने जिन किसानों की सूची में कर्ज माफी के लिए नाम आए थे उनको भी काली सूची में डाल दिया, किसी परिवार में दो खाते थे तो एक का कर्ज माफ किया दूसरे का नहीं किया गया.
दुपाड़िया सेवा सहकारी समिति में पदस्थ कर्मचारी अपनी मन मानी करते है और शासन की किसान हितैषी योजनाओं से किसानों को जानबूझकर वंचित रखते हैं. किसानों का कहना था कि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा हकिमाबाद के कर्मचारी भी लाखों रुपये के गबन में शामिल हैं. किसानों ने मामले की निष्पक्ष जांच कराने, किसानों के खातों में कर्ज माफी की बकाया राशि भेजने और सेवा सहकारी प्रबंधक सहित अन्य लापरवाह कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.