सीहोर। जिले के नसरुल्लागंज में एक बार फिर से सरकारी कर्मचारियों की दबंगई देखी जा रही है. जहां एक महिला ने विद्युत कर्मचारी पर पैसे मांगने और अपमानजनक शब्दों का उपयोग करने का आरोप लगाया है. साथ ही एसडीएम और थाना प्रभारी को आवेदन देते हुए कार्रवाई की मांग की है.
कर्मचारी ने कनेक्शन काटने की दी धमकी
बता दें कि नसरुल्लागंज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का विधानसभा क्षेत्र है. जहां पहले भी कर्मचारियों द्वारा आम जनता से अभद्र व्यवहार करने का मामला सामने आ चुका है. नसरूल्लागंज की रहने वाली कल्याणी ज्योति शर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते अपने मायके झाबुआ चली गई थीं, कुछ दिन पहले ही अपने घर लौटी हैं. जहां 10 हजार का बिजली बिल देख उसके होश उड़ गए. महिला ने विद्युत विभाग के कर्मचारी से कहा कि हर माह तो 100 रूपए का बिल आता है फिर 1 माह में 10 हजार रूपए का बिल कैसे आया. इतना पूछने पर विद्युत विभाग के कर्मचारी नामदेव ने महिला को अपमानजनक शब्द बोले और विद्युत कनेक्शन काटने की धमकी देते हुए मकान तक बिकवाने की बात कही.
100 की जगह थमाया एक हजार का बिल
जानकारी के अनुसार विद्युत विभाग के कर्मचारी नामदेव का एक बार ट्रांसफर हो चुका है, लेकिन उसे फिर से नसरुल्लागंज में पदस्थ कर दिया गया. विभाग के कई लाइनमैन ऐसे हैं जो करीब 10 सालों से अधिक समय से एक ही स्थान पर पदस्थ हैं. देखा जाए तो उपभोक्ता इमानदारी से बिल भरते हैं, ऐसे में अगर उन्हें विद्युत विभाग से 100 की जगह हजार रुपए का बिल थमाया जाए तो जाहिर सी बात है उपभोक्ता के होश ही उड़ जाएंगे.
अनुविभागीय अधिकारी ने कही जांच की बात
इस मामले में जब अनुविभागीय अधिकारी दिनेश सिंह तोमर से जानकारी ली गई तो उन्होंने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है. वहीं विद्युत विभाग के अधिकारी अभय गोपी ने जांच का हवाला देते हुए बात को टालते हुए नजर आए.
कोरोना महामारी के चलते इस बार मीटरों की रीडिंग नहीं हो सकी है, ऐसे में उपभोक्ताओं को बिजली विभाग मनमाना बिल थमा रहे हैं. जिससे उपभोक्ता लगातार परेशान हो रहे हैं. आए दिन अधिक बिजली बिल आने की शिकायतें कलेक्ट्रेट को मिल रही हैं. ऐसे में सरकार को उपभोक्ताओं की समस्या का समाधान करना चाहिए.