सीहोर। ग्राम सिराडी के एक किसान ने अपनी जमीन की समस्या का हल जिले के अधिकारियों और मंत्रियों द्वारा न किए जाने से दुखी होकर दिल्ली जाकर आत्महत्या करने की चेतावनी दी है. किसान का आरोप है कि फर्जी रजिस्ट्री से उसकी जमीन बेची गई है और भूख हड़ताल करने के बाद भी अधिकारी उसके साथ न्याय नहीं करा रहे हैं. श्यामपुर तहसील के अंतर्गत ग्राम सिराडी के किसान लालाराम मालवीय ने जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से नाराज होकर प्रदेश के मंत्रियों तक समस्या पहुंचाई, लेकिन समाधान नहीं निकला तो उसने प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है.
अधिकारी-मंत्रियों से नाराज किसान की प्रधानमंत्री से गुहार
किसान का कहना है कि उसकी जमीन को जालसाजी करके हड़पा जा रहा है और अधिकारी बार-बार आवेदन देने पर भी समस्या का समाधान नहीं कर पा रहे हैं. समस्या के समाधान की मांग को लेकर किसान श्यामपुर में भूख हड़ताल भी कर चुका है, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही है. अब किसान ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर न्याय की मांग की है और दोषी लोगों पर एफआईआर दर्ज करने का भी अनुरोध किया है. साथ ही चेतावनी दी है कि यदि उसकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह जहर खाकर दिल्ली में आत्महत्या कर लेगा.
किसान का आरोप, प्रशासन ने किया बुरा बर्ताव
पीड़ित किसान अधिकारियों से अपनी समस्या को लेकर एक साल से परेशान दर-ब-दर भटक रहा है, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं की जा रही हैं. किसान का आरोप है कि जिम्मेदार अधिकारियों का बर्ताव बहुत बुरा रहा है. वह उसके कागज दुरुस्त नहीं कर रहे हैं, वहीं उल्टे उसकी धमकी देते हैं कि तुम बार-बार शिकायत करोंगे तो तुम्हें जेल पहुंचा दिया जाएगा. किसान लालाराम का कहना है कि अधिकारी मनमानी पर उतारु हैं. बीते साल जब उन्होंने शिकायती आवेदन दिया और काम न होने पर वह भूख हड़ताल पर बैठे तो उन्हें प्रशासन ने कोरोना बताकर जबरन इलाज के लिए भोपाल के एक अस्पताल में भर्ती करा दिया. किसान ने कहा कि उनकी जमीन पैत्रक है, इसके बाद भी उन्हें अपना हक पाने के लिए विभागों के चक्कर काटने पड रहे हैं.