सीहोर। ट्रामा सेंटर को बने लंबा समय बीत चुका है, लेकिन इसमें अभी तक स्टाफ के साथ पर्याप्त उपकरण नहीं होने से गंभीर घायलों को भोपाल रेफर किया जा रहा है. औसतन हर दो गंभीर मरीजों को भोपाल रेफर किया जाता है. ट्रामा में स्टाफ और सुविधाएं बढ़ाने के लिए सीएम और कलेक्टर अन्य से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा है.
आलम यह है कि गंभीर मरीजों को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर से रेफर किया जा रहा है. मामले में कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि सालों से यहीं पर जमा चिकित्सकों के हवाले अस्पताल की जिम्मेदारी है. जिन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं को चौपट कर दिया है. कांग्रेस ने सिविल सर्जन आनंद शर्मा को ज्ञापन देकर 30 अक्टूबर तक अव्यवस्थाओं में सुधार करने की चेतावनी दी है.
जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष नईम नवाब के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेसियों ने जिला मुख्यालय स्थित ट्रामा सेंटर पर जारी अव्यवस्थाओं में तत्काल सुधार की मांग की है. कांग्रेस का कहना है कि सीएमएचओ डॉ. सुधीर डेहरिया की तानाशाही और लापरवाही के कारण पूरे जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था मजाक बन गई है. वहीं जिला अस्पताल इन दिनों खुद बीमार चल रहा है.
हालत यह है कि साधारण सीजनल बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को ड्यूटी टाइम में देखने के लिए डॉक्टर उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं. ऐसे में मरीज और उनके परिजनों की खासी फजीहत हो रही है.