सीहोर। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नसरूल्लागंज के तहसील प्रांगण में जनता अदालत लगाई और लोगों की समस्याएं सुनीं. इस दौरान पूर्व सीएम ने बिजली बिलों की होली जलाकर किसानों को दिए गए भारी भरकर बिलों का विरोध किया. शिवराज सिंह ने कहा कि अगर सरकार जल्द नहीं चेती तो आगे वह 'सविनय अविज्ञा आंदोलन' शुरु करेंगे.
पूर्व मुख्यमंत्री के द्वारा जिला कलेक्टर के आने तक आवेदन लिए गए और सभी आवेदनों को अलग-अलग विभागीय अधिकारियों को सौंपा गया. 22 बिंदुओं का आवेदन सीहोर कलेक्टर अजय गुप्ता को सौंपा. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मामा लड़ाई नहीं लड़ता तो मुख्यमंत्री बाहर नहीं निकलता.
जनता को संबोधित कर राज्य सरकार को चेतावनी
शिवराज सिंह चौहान ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बिजली के बिल जलवा रहा हूं, यह अन्याय पूर्ण है, यह जनता नहीं दे सकती. न्याय पूर्ण बिल देने का विरोधी नहीं हूं, जो तुमने 100 रुपए वचन पत्र में कहे थे यह तुम्हारी बेईमानी है, इसलिए हम बिजली बिलों में आग लगाएंगे. अगर प्रकरण दर्ज करना है तो में जेल जाने को तैयार हूं. पूरे मध्यप्रदेश में सविनय अविज्ञा आंदोलन चलेगा जो महात्मा गांधी ने चलाया था. बिजली का बिल अगर वसूल करने आएंगे तो हर वार्ड में पंचायत में बिजली संघर्ष समिति बनेगी हाथ पकड़कर खड़े हो जाना हम बिजली बिल नही देंगे.
शिवराज सिंह ने कहा कि राज्य सरकार सुनले कि मांगे पूरी कराये बिना हम चेन की सांस नहीं लेंगे. मैं जगह-जगह जा रहा हूं, जनता की लड़ाई लड़ रहा हूं यह मेरा फर्ज है. मामा की लड़ाई थी जिसके कारण कमलनाथ मंदसौर गए और बाढ़ प्रभावितों को 30 हजार रुपए हेक्टयर मुआवजा देने की बात कही.