सतना। कोरोना काल में जहां पूरा देश परेशान है तो वहीं देश के अंदर किसान भी खासा परेशान हैं. मध्यप्रदेश के सतना जिले में इन दिनों कोरोना महामारी के बीच बनाए गए गेहूं खरीदी केंद्रों में प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जिस कारण यहां किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जहां एक ओर पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, तो दूसरी तरफ धरती पुत्र अन्न दाता बेहद परेशान हैं.
बारिश में भींग गया गेहूं
सतना जिले में करीब 110 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं, लेकिन अधिकांश केंद्र में जमकर लापरवाही सामने आ रही है, जहां पर कोरोना से बचाव के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं है और अधिकारियों की मनमानी के चलते किसानों की खरीदी भी समय पर नहीं हो रही है. कल जोरदार बारिश भी हुई है, लेकिन अधिकांश खरीदी केंद्रों में गेहूं खुले आसमान के नीचे रखा गया है.
गरीब किसान करता है इंतजार
किसानों ने बताया कि वो एक दिन पहले से खरीदी केंद्रों पर आ चुके हैं, लेकिन उनकी फसल की खरीदी समय से नहीं हुई, किसानों का आरोप है कि खरीदी केंद्र में जो रिश्वत दे देता है, उसकी खरीदी जल्द हो जाती है और जो छोटा या गरीब किसान नम्बर लगने के बाद भी टोकन लेकर बैठा रहता है.
खरीदी केंद्रों पर नहीं हैं व्यवस्थाएं
खरीदी केंद्रों में सोशल डिस्टेंस की भी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, खरीदी केंद्र में मजदूर बिना मास्क और सनेटाइजर के कार्य कर रहे हैं, ऐसे में सरकार की मंशा पर पानी फिरता साफ नजर आ रहा है. केंद्र में पानी गिरने से कीचड़ हो गया है, लेकिन इसके लिए प्रशासन की कोई भी व्यवस्था नहीं है, अधिकारी की भी इस मामले पर कन्नी काटते नजर आ रहे हैं.